जी न्यूज के एंकर रोहित रंजन को गिरफ्तार करने गई रायपुर की पुलिस ने यूपी पुलिस पर लगाया गिरफ्तारी में बाधा डालने का आरोप
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 5, 2022 06:05 PM2022-07-05T18:05:57+5:302022-07-05T18:12:11+5:30
छत्तीसगढ़ के कांग्रेसी विधायक देवेंद्र यादव की शिकायत पर एंकर रोहित रंजन को गिरफ्तार करने यूपी के गाजियाबाद पहुंची रायपुर पुलिस को यूपी पुलिस के भारी विरोध का सामना करना पड़ा।
रायपुर: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के बयान को भ्रामक और आपत्तिजनक रूप में पेश करने वाले जी न्यूज के एंकर रोहित रंजन की छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा गिरफ्तीर में एक नया विवाद उस समय जुड़ गया, जब रायपुर पुलिस ने आरोप लगाया कि कथित "भ्रामक" खबर के आरोप में टीवी न्यूज एंकर रोहित रंजन को गिरफ्तार किया जा रहा था तब मौके पर पहुंची यूपी पुलिस ने इस कार्रवाई का विरोध किया और उनके द्वारा गिरफ्तारी के कार्य में बाधा डालने का प्रयास किया गया।
जानकारी के मुताबिक मंगलवार को छत्तीसगढ़ के कांग्रेसी विधायक देवेंद्र यादव की शिकायत पर एंकर रोहित रंजन को गिरफ्तार करने यूपी के गाजियाबाद पहुंची रायपुर पुलिस को यूपी पुलिस के भारी विरोध का सामना करना पड़ा।
इस मामले में जानकारी देते हुए रायपुर के एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि रोहित रंजन पर दर्ज विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के मामले में गिरफ्तारी के लिए रायपुर से एक टीम गाजियाबाद भेजी गई तो टीम ने पूरी कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए सक्षम अदालत द्वारा जारी वारंट के आधार पर यह गिरफ्तारी सुनिश्चित कराने का प्रयास किया।
उन्होंने बताया कि आरोपी रोहित रंजन को हिरासत में लेने के बाद रायपुर की पुलिस टीम गिरफ्तारी की प्रक्रिया पूरी ही कर रही थी कि तभी स्थानीय गाजियाबाद की पुलिस (उत्तर प्रदेश पुलिस) आरोपी को अपने साथ ले गई, जबकि रायपुर पुलिस ने रोहित रंजन की गिरफ्तारी का वारंट भी उन्हें दिखाया। उसके बाद भी यूपी पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया में बाधा पैदा करने का प्रयास किया।
एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया विधायक देवेंद्र यादव ने रायपुर पुलिस को दिये अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि एंकर रोहित रंजन ने बीते 1 जुलाई को एक वीडियो प्रसारित किया, जिसमें राहुल गांधी ने केरल के वायनाड में उनके कार्यालय पर हुए हमला के बारे में बात कर रहे थे लेकिन एंकर रोहित रंजन ने "शरारती" तरीके से उसका भ्रामक प्रयोग किया और बताया कि राहुल गांधी उदयपुर में मारे गये कन्हैया लाल के हत्यारों को माफ कर देने की बात कर रहे थे।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि विधायक यादव ने इस मामले में ज़ी न्यूज के निदेशक और अध्यक्ष, इसके मुख्य कार्यकारी अधिकारी और एंकर रोहित रंजन पर सांप्रदायिक दंगे भड़काने और सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए गांधी के खिलाफ मनगढ़ंत और फर्जी खबरें फैलाने की साजिश रचने का आरोप लगाया था।
मालूम हो कि मंगलवार की सुबह जब रोहित रंजन को गिरफ्तार करने के लिए रायपुर पुलिस गाजियाबाद पहुंची तो उन्हों ट्वीट करके कहा, "छत्तीसगढ़ पुलिस स्थानीय पुलिस को सूचित किए बिना मुझे गिरफ्तार करने के लिए मेरे घर के बाहर खड़ी थी। क्या यह कानूनी रूप से सही है?"
जिसके जवाब में रायपुर पुलिस ने ट्वीट करते हुए कहा, "स्थानीय पुलिस को सूचित करने का कोई नियम नहीं है। फिर भी उन्हें सूचित किया गया और पुलिस टीम ने अदालत का गिरफ्तारी वारंट दिखाया है। ऐसे में उन्हें सहयोग करना चाहिए और जांच में शामिल होना चाहिए और अपना बचाव कोर्ट में करना चाहिए।"
हालांकि कथिततौर पर तमाम विरोधों के बावजूद रायपुर पुलिस एंकर रोहित रंजन को गिरफ्तार करके अपने साथ रायपुर ले गई। उससे पहले बीते 2 जुलाई को रोहित रंजन ने अपने टीवी शो के दौरान 1 जुलाई को दिखाये गये राहुल गांधी के बयान को उदयपुर हत्याकांड से जोड़ने पर माफी मांग ली थी।(समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)