दिल्ली-मुंबई मार्ग पर रेलवे खर्च करेगा 6806 करोड़, 160 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ेगी ट्रेन
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: June 21, 2019 08:50 AM2019-06-21T08:50:50+5:302019-06-21T08:50:50+5:30
राष्ट्रीय योजना के तहत समस्त राशि रेलवे अपनी ओर से खर्च करेगा. अन्य तय किए गए लक्ष्य रेलवे के इस सौ दिनी लक्ष्य पत्र में कहा गया है कि किरायों में एकरूपता लाई जाएगी.
(संतोष ठाकुर/ एस. के. गुप्ता)
रेलवे ने अपने सौ दिन के कार्यक्रम में दिल्ली—मुंबई मार्ग (1483 किमी )को 6806 करोड़ रुपए और दिल्ली—हावड़ा मार्ग (1525 किमी) को 6684 करोड़ रुपए की लागत से उन्नत करते हुए इस पर ट्रेन को 160 किमी प्रति घंटा से दौड़ाने का लक्ष्य तय किया है. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी इसे अपनी स्वीकृति दे दी है. इसके साथ ही आए दिन रेल पुल गिरने की घटना से कठघरे में खड़े होने वाले रेलवे ने इस समस्या को 50 हजार करोड़ रुपए के निवेश से पूरी तरह खत्म करने का निर्णय किया है.
देश के सभी रेलवे ओवर ब्रिज- अंडर ब्रिज को आने वाले समय में राष्ट्रीय प्रोजेक्ट का दर्जा दिया जाएगा. जिसके लिए राज्यों से एक भी रुपए नहीं लिया जाएगा. राष्ट्रीय योजना के तहत समस्त राशि रेलवे अपनी ओर से खर्च करेगा. अन्य तय किए गए लक्ष्य रेलवे के इस सौ दिनी लक्ष्य पत्र में कहा गया है कि किरायों में एकरूपता लाई जाएगी. वहीं सब्सिडी छोड़ने के लिए टिकट आरक्षण पत्र पर विकल्प दिया जाएगा. जो यात्री सब्सिडी नहीं लेना चाहेंगे उन्हें पूरी कीमत पर टिकट दिया जाएगा. इससे मिले रुपए से रेलवे के अन्य विकास कार्य होंगे.
इसके लिए उज्जवला की तर्ज पर गिव इट अप कार्यक्र म शुरू किया जाएगा. देश में निजी कंपनियों के रेल परिचालन को लेकर भी एक परीक्षण किया जाएगा. इसके लिए शुरुआत में आईआरसीटीसी को पर्यटन क्षेत्र में दो रेलगाड़ी चलाने की जिम्मेदारी दी जाएगी.
जिसके बाद इसको लेकर समीक्षा की जाएगी. देश के सभी रेल मार्ग को डिजीटल रेल कॉरिडोर में परिवर्तित करने के लिए 700 मेगाहर्टज में 10 मेगाहर्टज स्पेक्ट्रम रेलवे के पास रखा जाएगा. जिससे आपातकालीन संवाद और रेलवे परिचालन संवाद को बेहतर किया जाएगा. यह विशेषीकृत संचार तंत्र के लिए उपयोग किया जाएगा. सिग्नलिंग सिस्टम में 46-48 प्रतिशत इजाफा करके धुंध, कुहासा में भी रेलगाडि़यों को समय पर पहुंचाने का कार्य भी सौ दिन में किया जाएगा.