जेएनयू छात्र शरजील इमाम की गिरफ्तारी के लिये मुंबई, पटना, दिल्ली में छापेमारी, प्रॉक्टर ने भी 'भड़काउ' भाषण पर स्थिति स्पष्ट करने को कहा
By भाषा | Published: January 28, 2020 06:34 AM2020-01-28T06:34:23+5:302020-01-28T06:34:23+5:30
शाहीन बाग प्रदर्शन के शुरुआती आयोजकों में से एक इमाम के खिलाफ दिल्ली पुलिस द्वारा रविवार को भारतीय दंड संहिता की धारा 124 ए, 153 ए और 505 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान “भड़काउ” भाषण देने के आरोपी शोध छात्र शरजील इमाम के खिलाफ कई राज्यों में देशद्रोह का मामला दर्ज होने के बाद उसकी गिरफ्तारी के लिये मुंबई, पटना और दिल्ली में छापेमारी की जा रही है। बिहार निवासी इमाम की तलाश में अपराध शाखा के पांच दल लगाए गए हैं। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के इतिहास अध्ययन केंद्र के पीएचडी छात्र इमाम को जेएनयू के चीफ प्रॉक्टर ने भी तलब किया है।
उन्होंने इमाम से तीन फरवरी तक प्रॉक्टोरियल समिति के समक्ष पेश होकर कथित भड़काऊ भाषण पर अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा है। जेएनयू के रजिस्ट्रार प्रमोद कुमार ने बताया, ‘‘मुख्य प्रॉक्टर के कार्यालय में मुख्य सुरक्षा अधिकारी के दफ्तर से शरजील इमाम के खिलाफ 27 जनवरी की एक सुरक्षा रिपोर्ट प्राप्त हुई है। रिपोर्ट में उन खबरों का हवाला दिया गया है जिनके मुताबिक शरजील ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में भड़काऊ भाषण देते हुए संविधान में निहित देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता के लिए खतरा पैदा किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘रिपोर्ट में इमाम के खिलाफ दिल्ली, उत्तर प्रदेश और कुछ अन्य राज्यों की पुलिस द्वारा दर्ज कई प्राथमिकियों का जिक्र किया गया है।’’
शाहीन बाग प्रदर्शन के शुरुआती आयोजकों में से एक इमाम के खिलाफ दिल्ली पुलिस द्वारा रविवार को भारतीय दंड संहिता की धारा 124 ए, 153 ए और 505 के तहत मामला दर्ज किया गया था। इसके अलावा उसके खिलाफ 16 जनवरी को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में दिए गए एक भाषण को लेकर शनिवार को देशद्रोह का मामला दर्ज किया।
असम पुलिस ने भी शरजील के भाषणों को लेकर उसके खिलाफ आतंकवाद रोधी कानून यूएपीए के तहत एक मामला दर्ज किया है। इमाम ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान कथित तौर पर असम और पूर्वोत्तर को बाकी देश से अलग करने की धमकी दी थी।