'राहुल गांधी खानदान के सियासी पतन से अवसाद में हैं', रामपुर में बोले मुख्तार अब्बास नकवी
By भाषा | Published: March 19, 2023 07:51 PM2023-03-19T19:51:30+5:302023-03-19T19:52:45+5:30
राहुल गांधी ने हाल ही में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में अपने एक व्याख्यान में कहा था कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है। अब पूर्व केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि वह अपने खानदान के सियासी पतन से अवसाद में हैं
रामपुर: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि वह अपने खानदान के सियासी पतन से अवसाद में हैं और वह मानते हैं कि प्रजातंत्र 'परिवार तंत्र' का ही गुलाम रहना चाहिये।
नकवी ने रामपुर में संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने दुनिया के सबसे ताकतवर देशों के संगठन 'जी—20' की अध्यक्षता कर रहे भारत की संसद को विदेशी धरती पर अपमानित किया है। नकवी ने कहा कि उन्हें पूरे देश से बिना शर्त माफी मांगनी चाहिये। राहुल पर अवसादग्रस्त होने का आरोप लगाते हुए नकवी ने कहा, "आज डायनेस्टी (वंश) के डिमोलिश (खत्म) होने से उनमें (राहुल) डिप्रेशन (अवसाद) आ गया है। जो पतन हो रहा है, वह उसी से परेशान हैं। उनका मानना है कि प्रजातंत्र परिवार तंत्र का ही गुलाम रहना चाहिए। राहुल विपक्ष का चौधरी बनने की कोशिश में सारी मर्यादा भूल गए हैं। यह भी समझ में नहीं आ रहा है कि 2024 हो या उसके बाद आने वाले दिन हों, देश की तकदीर और तस्वीर अब यह परिवार तंत्र नहीं बल्कि प्रजातंत्र ही तय करेगा।"
राहुल पर सीनाजोरी का आरोप लगाते हुए नकवी ने कहा, "कांग्रेस नेता राहुल गांधी विदेश जाकर दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत को और भारतीय संसद को अपमानित करते हैं, उसके खिलाफ दुष्प्रचार करने का काम करते हैं। उसके बाद सीनाजोरी करते हुए कहते हैं कि हमने जो कहा, वह सही कहा। जब तक यह सामंती गुरूर रहेगा, तब तक उनका यही हाल रहेगा।"
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने हाल ही में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में अपने एक व्याख्यान में कहा था कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है। विपक्षी नेताओं पर मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। ऐसे मामलों में मुकदमा पंजीकृत किए गए हैं जो बनते ही नहीं हैं। मीडिया और न्यायपालिका पर कब्जा हो गया है। दलित और अल्पसंख्यकों तथा आदिवासियों पर हमले किए जा रहे हैं।