ब्रिटिश संसद में होने वाले कार्यक्रम में फेरबदल के बाद राहुल गांधी की ब्रिटेन यात्रा पर संशय
By भाषा | Published: August 18, 2018 02:52 AM2018-08-18T02:52:28+5:302018-08-18T02:52:28+5:30
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अगले हफ्ते दो दिन की ब्रिटेन यात्रा पर जाने की तैयारी में हैं। लेकिन जिन कार्यक्रमों में राहुल को वक्ता के तौर पर शामिल होना है
लंदन, 18 अगस्त : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अगले हफ्ते दो दिन की ब्रिटेन यात्रा पर जाने की तैयारी में हैं। लेकिन जिन कार्यक्रमों में राहुल को वक्ता के तौर पर शामिल होना है, उनमें से एक कार्यक्रम से जुड़े घटनाक्रमों के कारण उनकी यात्रा पर संशय पैदा हो गया है।
राहुल 24 अगस्त को जर्मनी से लंदन पहुंचेंगे और ब्रिटेन के संसद भवन परिसर में एक कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। यह कार्यक्रम कंजर्वेटिव फ्रेंड्स ऑफ इंडिया (सीएफ इंडिया) की ओर से आयोजित किया जाएगा। सीएफ इंडिया कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्यों की अगुवाई वाला संगठन है जो ब्रिटेन में सत्ताधारी पार्टी और भारत के बीच रिश्तों को बढ़ावा देता है।
बहरहाल, सीएफ इंडिया ने दावा किया है कि वह जिस कमरे में कार्यक्रम आयोजित कराने वाला था उस कमरे की बुकिंग पक्की नहीं हो पाई। सीएफ इंडिया के इस दावे के बाद कार्यक्रम अब ब्रिटिश संसद के निचले सदन ‘हाउस ऑफ कॉमंस’ परिसर के भीतर ही एक अलग कमरे में होगा और इसके आयोजक भी अलग होंगे।
सीएफ इंडिया के सह-अध्यक्ष रामी रेंजर ने बताया, ‘‘हमारा कार्यक्रम नहीं हो पाएगा क्योंकि संसद की विराम अवधि होने के कारण हम समय पर कमरे की बुकिंग पक्की नहीं करा पाए।’रामी रेंजर ब्रिटिश मूल की बैरोनेस सैंडी वर्मा के साथ कार्यक्रम की मेजबानी करने वाले थे।
खबरों के मुताबिक, वर्मा ने कार्यक्रम से अपने कदम पीछे खींच लिए जिससे इस कार्यक्रम को संसदीय समर्थन नहीं रहा। इसके बाद इंडियन ओवरसीज कांग्रेस (आईओसी) ने आगे बढ़कर 24 अगस्त को होने वाले कार्यक्रम के आयोजन का जिम्मा संभाला है। आईओसी भारतीय मूल के लेबर सांसद कीथ वाज की मदद से कार्यक्रम का आयोजन करेगी।
भाजपा के स्थानीय सदस्यों के प्रभाव के कारण अब इस कार्यक्रम को किसी एक पार्टी का नहीं बल्कि दोनों पार्टियों (लेबर और कंजर्वेटिव) के कार्यक्रम के तौर पर पेश किया जा रहा है। भाजपा के स्थानीय सदस्य इस कार्यक्रम को समर्थन दिए जाने से सीएफ इंडिया से नाराज बताए जा रहे थे।
आईओसी के प्रवक्ता गुरमिंदर रंधावा ने कहा, ‘‘संसद भवन वाले कार्यक्रम की मेजबानी अब आईओसी की ओर से की जा रही है। यह आईओसी को कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों के प्रबंधन की अनुमति के लिए किया गया। यह संगठन 25 अगस्त की शाम को कांग्रेस अध्यक्ष के सम्मान में भारतीय समुदाय के लोगों के एक बड़े कार्यक्रम की भी मेजबानी कर रहा है। इस कार्यक्रम को ‘‘प्रेरणादायी और प्रतिष्ठित नेता’’ से संवाद बताया जा रहा है।
रंधावा ने बताया, ‘‘इस कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य ब्रिटेन में रहने वाले एनआरआई को एक साथ लाना और उन्हें 2018 में इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के ब्रिटेन में होने वाले विशाल सम्मेलन का हिस्सा बनाना है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह इंडियन ओवरसीज कांग्रेस और राहुल गांधी के लिए व्यापक जनसमूह के साथ अपनी राय साझा करने का मौका होगा।’’
आईओसी की ओर से आयोजित कार्यक्रमों के अलावा, राहुल ‘एक अनिश्चित दुनिया में भारत की आर्थिक वृद्धि एवं विदेश नीति’ विषय पर एक सभा को संबोधित करेंगे। वह नेशनल इंडियन स्टूडेंट्स एंड अलुम्नाई यूनियन (एनआईएसएयू) की ब्रिटिश इकाई की ओर से आयोजित छात्रों एवं शिक्षाविदों की एक सभा को भी संबोधित करेंगे। लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स (एलएसई) में होने वाले इस कार्यक्रम में एनआईएसएयू अपना ‘पर्सपेक्टिव इंडिया टाउनहॉल’ शुरू करेगा।
एनआईएसएयू यूके की अध्यक्ष सनम अरोड़ा ने बताया, ‘‘इस कार्यक्रम का मकसद समकालीन भारत के सामने मौजूद मुद्दों और भारत की ओर से पेश किए जाने वाले अवसरों पर जीवंत एवं पूर्वाग्रहरहित चर्चा को बढ़ावा देना है।’ब्रिटेन में दि इंडियन जर्नलिस्ट असोसिएशन (आईजेए) भी राहुल गांधी की संक्षिप्त यात्रा के दौरान एक भोज की मेजबानी करने की तैयारी में है।
जानेमाने भारतीय उद्यमी सैम पित्रोदा, जो यात्रा के दौरान राहुल के साथ होंगे, ने बताया, ‘‘राहुल गांधी की जर्मनी और ब्रिटेन यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब तुर्की में हो रही घटनाओं और लीरा के औंधे मुंह गिरने को पूरी दुनिया देख रही है। इसे किसी देश के सामाजिक, राजनीतिक एवं आर्थिक तानेबाने पर प्रभाव के तौर पर भी देखा जा रहा है।’’