नई दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अमेरिका के जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में हाल ही में एक बातचीत के दौरान आरक्षण पर टिप्पणी की। उनके बयान से भारत में सियासी हंगामा मच गया। भारत में आरक्षण के भविष्य के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "हम आरक्षण को खत्म करने के बारे में तब सोचेंगे जब भारत एक उचित स्थान होगा और भारत एक उचित स्थान नहीं है।"
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरक्षण से संबंधित बयान को लेकर उन पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति की ऐसी टिप्पणी संविधान विरोधी मानसिकता को दर्शाती है। धनखड़ ने मुंबई में एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि भारत के संविधान के बारे में जागरूकता की अत्यधिक आवश्यकता है, क्योंकि कुछ लोग इसकी मूल भावना को भूल गए हैं।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि आरक्षण योग्यता के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह देश और संविधान की आत्मा है। यह सकारात्मक है, नकारात्मक नहीं। यह किसी को अवसर से वंचित नहीं करता, बल्कि समाज को ताकत देने वाले स्तंभों को सहारा देता है।
जब इस बयान पर बवाल बढ़ा तब अमेरिका में संवाददाता सम्मेलन में राहुल गांधी ने कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया ताकि यह दिखाया जा सके कि वे आरक्षण के खिलाफ हैं। राहुल ने स्पष्ट किया कि मैं बार-बार कहता रहा हूं कि हम आरक्षण को 50 प्रतिशत से आगे बढ़ाने जा रहे हैं। हालांकि जब तक राहुल गांधी की सफाई आती तब तक देर हो चुकी थी।
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले ने भी राहुल पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी का ‘आरक्षण संबंधी’ बयान निंदनीय है और उनकी पार्टी महाराष्ट्र तथा अन्य जगहों पर कांग्रेस नेता के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन तेज करेगी। आठवले ने यह भी कहा कि ‘‘दलित समुदाय के लोग राहुल गांधी को विदेशी धरती पर देश के खिलाफ बोलने के लिए सबक सिखाएंगे’’ और मांग की कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष (अपने बयान के लिए) माफी मांगें।
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष आठवले ने कहा कि दलितों, अन्य पिछड़ वर्ग और आदिवासियों का आरक्षण कोई नहीं छीन सकता और कोई भी व्यक्ति ऐसा प्रयास करेगा तो उससे निपटा जाएगा।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता ने अमेरिका में ‘अपने मूर्खतापूर्ण बयानों’ से ‘देशद्रोह’ किया है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि विपक्ष का नेता होने का राहुल का ‘अहंकार’ संसद में झलकता है और उनकी ‘मूर्खता’ अमेरिका में।
बता दें राहुल अपनी अमेरिका यात्रा पर कई गलत कारणों से चर्चा में हैं। अमेरिकी सांसद इल्हान उमर और अन्य से राहुल गांधी की मुलाकात की जिसे लेकर भाजपा हमलावर है। भाजपा ने कहा है कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष भारत-विरोधी रुख के लिए पहचाने जाने वाले लोगों से विदेशों में मुलाकात कर ‘खतरनाक और शरारतपूर्ण गतिविधियों’ में शामिल हो रहे हैं।
राहुल गांधी अमेरिका की चार-दिवसीय यात्रा पर हैं। उनका पहला पड़ाव शनिवार को डलास में था। इससे पहले, दिन में गांधी ने यूएस कैपिटोल में सांसदों के एक समूह के साथ बैठक की। कांग्रेस ने भारत के संबंध में अपने विवादास्पद रुख के लिए जानी जाने वाली उमर से राहुल की मुलाकात को लेकर हो रही आलोचनाओं को खारिज कर दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि भाजपा (केंद्र) सरकार में है, इसलिए वह अमेरिकी राजदूत को तलब करे और अगर उसे ऐसा कुछ लगता है तो कार्रवाई करे।