ज्योतिष के अनुसारः राहुल गांधी की कुंडली में शनि साढ़ेसाती, प्रियंका गांधी का साथ बदलेगा भाग्य!
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 11, 2019 02:25 PM2019-03-11T14:25:57+5:302019-03-11T14:25:57+5:30
लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा हो चुकी है। देश चुनावी मोड में आ चुका है। ऐसे में सबके मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या राहुल गांधी कांग्रेस की नैय्या पार लगा पाएंगे? जानिए ज्योतिष कर्मकांड विशेषज्ञ अतुल कंडवाल से...
लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा रविवार को हो गई। देशभर में 11 अप्रैल से 19 मई के बीच चुनाव आयोजित किए जाएंगे। मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल तीन जून को समाप्त होना है। इस चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुन: सत्ता में लौटने की कोशिश करेंगे, तो दूसरी ओर राहुल गांधी विपक्षी पार्टियों को साथ लेकर भाजपा को कड़ी दक्कर देने की कोशिश करेंगे। ऐसे में सबके मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या राहुल गांधी कांग्रेस की नैय्या पार लगा पाएंगे? जानिए ज्योतिष कर्मकांड विशेषज्ञ अतुल कंडवाल से।
अतुल कंडवाल के अनुसार, 'राहुल गांधी को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान चुनाव जीतने के बाद कम आँकना गलत होगा। इन राज्यों में जीत के बाद उनको फेल नहीं माना जा सकता। अप्रैल के बाद मंगल मध्ये गुरु की अन्तर्दशा रहेगी। वर्तमान की बात करें तो कुंडली में शनि साढेसाती अशुभ फल से गुजर रहे है। कुंडली में शानि नीचराशी गत है! फलस्वरुप राजनीति में उच्च पद पाने हेतु बड़े संघर्ष अधिक मेहनत से गुजरना होगा। चातुर्य के साथ संगठन को मजबूत करने की जरूरत है। हालांकि प्रियंका गाँधी सहित कुछ बुद्धिजीवियों का साथ उनके लिए फायदेमंद रहेगा। लेकिन उनके सामने चुनौतियाँ बहुत होंगी। ये भी सच है समय के साथ-साथ ग्रहों का फल और स्थिति भी बदलती रहती है ऐसा ज्योतिष का नियम है।''
क्या कहता है पीएम मोदी का ज्योतिष
अतुल कंडवाल के अनुसार, 'नरेन्द्र मोदी, अक्टूबर 17 से मार्च 19 तक चन्द्रमा की महादशा में बुध की अन्तर्दशा चल रही थी कुछ विघ्न बाधा और लोकप्रियता घटने की या छवि खराब होने की उम्मीद थी! अब गुरु भाग्य भाव को अच्छी दृष्टि से देखेगा मार्च से ही सुधार होगा और अप्रैल बाद मोदीजी की छवि ,लोकप्रियता विश्व स्तर और भारत मे और दिव्य भव्य विश्वासपात्र की एवं और सुन्दर बनेगी उच्च पद पाने के बड़े योग हैं। साथ ही शत्रुओं से सावधान रहने की जरूरत है। ज्योतिष के अनुसार प्रधानमंत्री बनने के प्रबल योग हैं।'
(नोटः यह भविष्यवाणी ज्योतिषी की अपनी गणना पर आधारित है।)