राहुल गांधी ने कहा- सड़कों पर करोड़ों बच्चों को भूखे चलते देख मां भारती रो रही हैं, पीएम मोदी से किया ये आह्वान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 12, 2020 08:47 PM2020-05-12T20:47:26+5:302020-05-12T21:03:48+5:30
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री से लॉकडाउन की वजह से घर लौट रहे प्रवासियों के खाते में 7,500 रुपये जमा करने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि सड़कों पर करोड़ों बच्चों को भूखे चलते हुए देख मां भारती रो रही है, सरकार से उनकी सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित करने का आह्वान करता हूं। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री से लॉकडाउन की वजह से घर लौट रहे प्रवासियों के खाते में 7,500 रुपये जमा करने का आह्वान किया।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ प्रधानमंत्री जी से मेरा आग्रह है कि आज रात के सम्बोधन में, सड़कों पर चलते हमारे लाखों श्रमिक भाइयों-बहनों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाने की घोषणा करें।’’ गांधी ने कहा, ‘‘ इसके साथ ही इस संकट के समय में सहारा देने के लिए उन सभी के खातों में कम से कम 7,500 रुपए सीधे भेजें।’’
प्रधानमंत्री जी से मेरा आग्रह है कि आज रात के सम्बोधन में सडकों पर चलते हमारे लाखों श्रमिक भाइयों-बहनों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाने की घोषणा करें। इसके साथ ही इस संकट के समय में सहारा देने के लिए उन सभी के खातों में कम से कम 7500 रु का सीधा हस्तांतरण दें। pic.twitter.com/ot0T4jAyTR
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 12, 2020
इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कई राज्यों में श्रम कानूनों में संशोधन किए जाने की आलोचना करते हुए सोमवार को था कि कहा कि कोरोना संकट श्रमिकों के शोषण और उनकी आवाज दबाने का बहाना नहीं हो सकता। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘अनेक राज्यों द्वारा श्रम कानूनों में संशोधन किया जा रहा है।
हम कोरोना के खिलाफ मिलकर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन यह मानवाधिकारों को रौंदने, असुरक्षित कार्यस्थलों की अनुमति, श्रमिकों के शोषण और उनकी आवाज दबाने का बहाना नहीं हो सकता।’’ कांग्रेस ने कहा कि इन मूलभूत सिद्धांतों पर कोई समझौता नहीं हो सकता।
दरअसल, कई राज्यों ने अपने यहां श्रमिकों के लिए कामकाज के घंटे को आठ घंटे से बढ़ाकर 12 घंटे कर दिया है। कांग्रेस के नेता पिछले कई दिनों से श्रम कानूनों में बदलाव का विरोध कर रहे हैं।