'कोरोना पर भारत की स्थिति दूसरे देशों से बेहतर', पीएम मोदी के इस बयान को राहुल गांधी ने बताया गलत, जानें प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या कहा?
By पल्लवी कुमारी | Published: April 16, 2020 02:03 PM2020-04-16T14:03:41+5:302020-04-16T14:03:41+5:30
भारत में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 12,380 हो गई है इसमें 10,477 सक्रिय मामले हैं, 1489 ठीक हो चुके हैं और 414 लोगों की मौत हो गई है।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और मौजूदा सांसद राहुल गांधी ने आज (16 अप्रैल) वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रेस कॉन्फ्रेंस को किया। राहुल गांधी ने इस दौरान केंद्र की मौजूदा सरकार द्वारा कोरोना को लेकर उठाए गए कदम की आलोचना की। ''भारत की स्थिति दूसरे देशों से बेहतर वाले'' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर राहुल गांधी ने कहा, कोरोना से लड़ाई अभी तो शुरू हुई है। ऐसे में अभी से जीत घोषित करना गलत होगा। राहुल गांधी ने कहा, कोरोना पर जो बाकी देश कर रहे हैं उसपर मैं परेशान नहीं हूं, जो भारत कर रहा है, उसको लेकर मैं ज्यादा चिंतित हूं। हमारे पास कई ऐसे मुद्दे हैं, जिनपर अभी बात नहीं हुई है। देखिए ये जो लड़ाई है ये अभी शुरू हुई है। इसमें अभी जीत बोलना बहुत गलत होगा। इस लड़ाई को हमें अभी आस्ते-आस्ते लड़ना होगा। (राहुल गांधी के इस बयान को उनके द्वारा किए गए प्रेस कॉन्फ्रेंस की वीडियो में आप सुन सकते हैं। ये बयान वीडियो में आपको 28 मिनट पर मिलेगा)
राहुल गांधी ने कहा, पीएम मोदी से बहुत बातों में अहमत होता हूं, लेकिन आज लड़ने का वक्त नहीं है। राहुल गांधी ने कहा, मैं आज कुछ बातें कहने जा रहा हूं और उन्हें आलोचना की भावना से नहीं, बल्कि रचनात्मक समर्थन और सलाह की भावना से समझा जाना चाहिए।
जानें प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने और क्या-क्या कहा?
राहुल गांधी ने कहा कि वह पिछले काफी समय से बड़ी तादादा में एक्सपर्ट्स से बात कर रहे हैं। स्थिति बहुत गंभीर है। लॉकडाउन वायरस का हल नहीं है। देश में सिर्फ लॉकडाउन लगाकर इस वायरस से जीता नहीं जा सकता है। इसके लिए सरकार को ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग करनी होगी।
राहुल गांधी ने कहा, यह स्पष्ट है कि हम बहुत गंभीर स्थिति में हैं और मुझे लगता है कि यदि हम इस समस्या को हल करना चाहते हैं और इस वायरस को हराना चाहते हैं, तो सभी राजनीतिक दलों और भारत के लोगों को एक साथ काम करना होगा।
LIVE: Special Congress Party Briefing by Shri @RahulGandhi via video conferencing.#RahulSpeaksForIndiahttps://t.co/B7FzeIuiXK
— Congress (@INCIndia) April 16, 2020
राहुल गांधी ने कहा, ये समझना होगा कि लॉकडाउन एक पॉज बटन की तरह है, यह किसी भी तरह से कोरोनावायरस का समाधान नहीं है। जब हम लॉकडाउन से बाहर आते हैं, तो वायरस अपना काम फिर से शुरू कर देगा। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि हमारे पास लॉकडाउन से बाहर आने की रणनीति हो।
राहुल गांधी ने कहा, लॉकडाउन सिर्फ समय देता है- टेस्ट बढ़ाने, अस्पताल तैयार करने, वेंटिलेटर प्राप्त करने के लिए। एक गलत धारणा है, जिसे मैं साफ करना चाहता हूं। किसी भी तरह से लॉकडाउन वायरस को नहीं हराता है, यह कुछ समय के लिए वायरस को रोकता है।
राहुल गांधी ने कहा, वायरस के खिलाफ सबसे बड़ा हथियार टेस्ट है। टेस्ट करने से ये जान सकते हैं कि वायरस कहाँ घूम रहा है और उसको अलग करके लड़ा जा सकता है। हमारी टेस्ट दर 199 / मिलियन है और जो टेस्ट किए जा चुके हैं, उनका औसत 350 टेस्ट / जिले का है।
राहुल गांधी ने कहा, सरकार को एक सलाह है- टेस्ट को आक्रामक रूप बढ़ाएं, अधिकतम टेस्ट करें और इसे रणनीतिक रूप से उपयोग करें। अपनी लड़ाई में राज्यों की सहायता के लिए टेस्ट का उपयोग करें, न केवल मरीजों को ट्रैक करने के लिए, बल्कि वायरस का पता लगाने के लिए भी।
राहुल गांधी ने कहा, कोविड वायरस से लड़ने के लिए हमारी मुख्य ताकत राज्य और जिला स्तर पर है। वायनाड में सफलता जिला स्तर की मशीनरी के कारण मिली है। इसलिए मेरा सुझाव है कि कोविड के खिलाफ लड़ाई टॉप-डाउन न होकर बॉटम-अप हो। प्रधानमंत्री राज्यों को सशक्त बनाए।
राहुल गांधी ने कहा, MP-LAD इस स्थिति में मूल मुद्दा नहीं है, बल्कि साथ मिलकर लड़ना महत्वपूर्ण है। हमारे संसाधनों के सटीक इस्तेमाल पर हमरा ध्यान होना चाहिए।
जानिए पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना पर भारत की स्तिथि को लेकर राष्ट्र के संबोधन में क्या कहा था?
पीएम मोदी ने 14 अप्रैल को राष्ट्र के संबोधन में लॉकडाउन को तीन मई तक जारी रखने का ऐलान किया था। कोरोना पर भारत की स्तिथि को लेकर पीएम मोदी ने कहा था, आज पूरे विश्व में कोरोना वैश्विक महामारी की जो स्थिति है,आप उसे भली-भांति जानते हैं। अन्य देशों के मुकाबले, भारत ने कैसे अपने यहां संक्रमण को रोकने के प्रयास किए,आप इसके सहभागी भी रहे हैं और साक्षी भी हैं।
आज पूरे विश्व में कोरोना वैश्विक महामारी की जो स्थिति है,
— PMO India (@PMOIndia) April 14, 2020
आप उसे
भली-भांति जानते हैं।
अन्य देशों के मुकाबले,
भारत ने कैसे अपने यहां संक्रमण को रोकने के प्रयास किए,
आप इसके सहभागी भी रहे हैं और साक्षी भी: PM @narendramodi#IndiaFightsCorona
पीएम मोदी ने कहा था, जब हमारे यहां कोरोना के सिर्फ 550 केस थे, तभी भारत ने 21 दिन के संपूर्ण लॉकडाउन का एक बड़ा कदम उठा लिया था। भारत ने, समस्या बढ़ने का इंतजार नहीं किया, बल्कि जैसे ही समस्या दिखी, उसे, तेजी से फैसले लेकर उसी समय रोकने का प्रयास किया है।
पीएम मोदी ने कहा था, भारत ने holistic approach न अपनाई होती, integrated approach न अपनाई होती, तेज फैसले न लिए होते तो आज भारत की स्थिति कुछ और होती। लेकिन बीते दिनों के अनुभवों से ये साफ है कि हमने जो रास्ता चुना है, वो सही है।