राहुल गांधी ने राफेल फैसले पर अपनी टिप्पणी पर सुप्रीम कोर्ट में जताया खेद, कहा- आवेश में दिया बयान
By विनीत कुमार | Published: April 22, 2019 12:32 PM2019-04-22T12:32:41+5:302019-04-22T12:47:47+5:30
मीनाक्षी लेखी ने अपनी याचिका में कहा था कि राफेल से जुड़े लीक हुए दस्तावेजों पर सुप्रीम कोर्ट के विचार करने की बात को राहुल ने लगातार गलत तरीके से पेश किया और यह अदालत की अवमानना है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल मामले पर सुप्रीम कोर्ट की बात को गलत तरीके से पेश करने से जुड़े मानहानि के मामले में खेद जताया है। राहुल गांधी ने सुप्रीम कोर्ट में दिये अपने जवाब में कहा है कि उन्होंने चुनाव के आवेश में आकर ऐसा बयान दे दिया और इसका उन्हें खेद है।
राहुल ने कहा कि वे मानते हैं कि राफेल पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर जो उन्होंने कहा, वैसा कोर्ट ने नहीं कहा था। मानहानि का यह मामला बीजेपी की मीनाक्षी लेखी की ओर से दायर किया गया था। सुप्रीम कोर्ट अब इस मामले पर मंगलवार को सुनवाई करेगा।
मीनाक्षी लेखी ने अपनी याचिका में कहा था कि राफेल से जुड़े लीक हुए दस्तावेजों पर सुप्रीम कोर्ट के विचार करने की बात को राहुल ने लगातार गलत तरीके से पेश किया और यह अदालत की अवमानना है। दरअसल राहुल ने रायबरेली में पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि 'अब सुप्रीम कोर्ट भी जान गया है कि चौकीदार चोर है।' राहुल के इसी बयान को लेकर मीनाक्षी लेखी ने अवमानना का मामला उनके खिलाफ दर्ज किया था।
राहुल ने सुप्रीम कोर्ट को दिये अपने जवाब में कहा, 'उन्हें अफसोस है कि उन्हें राफेल फैसले पर यह बयान दिया। मेरे बयानों का राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी द्वारा गलत इस्तेमाल किया गया और मैंने चुनावी कैंपेन के आवेश में ऐसा कह दिया।'
In his reply in Supreme Court, Rahul Gandhi said "my statements were used and misused by the political opponents." and that he "gave the statements in the heat of the political campaigning." https://t.co/99p7e2N2O8
— ANI (@ANI) April 22, 2019
इस मामले पर पिछले हफ्ते चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की पीठ ने इस मामले पर सुनवाई करते हुए कहा था, 'हम यह साफ करते हैं कि राहुल गांधी ने मीडिया और पब्लिक में गलत तरीके से बार रखी। हम यह साफ करते हैं कि हमने कोई ऐसी बात नहीं कही। हमने केवल दस्तावेजों को लेकर अपनी बात रखी थी।' साथ ही कोर्ट ने इस याचिका पर राहुल गांधी से स्पष्टीकरण भी मांगा था।