हम पीएम मोदी के वादों को गंभीरता से नहीं लेते उनके झूठ पकड़ते हैं और पब्लिक को बताते हैं: राहुल गांधी
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: August 30, 2018 05:31 PM2018-08-30T17:31:04+5:302018-08-30T18:50:46+5:30
Rahul Gandhi press conference: राफेल मामले में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग पर वित्त मंत्री अरुण जेटली से 24 घंटे के भीतर राहुल गांधी से जवाब मांगा था।
नई दिल्ली, 30 अगस्त: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने 15-20 कारोबारी दोस्तों को एनपीए (नॉन परफॉर्मिंग एसेट) से बचाने के लिए नोटबंदी लागू की थी।
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री जी ने देश के युवाओं को, छोटे रोजगारों को वादा किया था कि नोटबंदी करके काला धन वापस आएगा।
राहुल गांधी ने पीएम मोदी से पूछा, "आपने देश को इतनी बड़ी चोट क्यों पहुँचायी?" राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने अपने करीबी 15-20 कारोबारियों को उनके ऊपर बकाया एनपीए से बचाने के लिए नोटबंदी की।
गुजरात कोऑपरेटिव बैंक में 700 करोड़ रुपये बदला गया। अमित शाह इस बैंक के डॉयरेक्टर हैं। राहुल ने कहा, "आपकी जेब से पैसा लेकर हिन्दुस्तान के सबसे बड़ी क्रोनी कैपटलिस्ट की जेब में डाला।"
राहुल ने पूछा देश के युवाओं को, छोटे दुकानदारों को और मझोले दुकानदारों को ये चोट क्यों पहुँचायी?
राहुल गांधी ने कहा, "क्रोनी कैपटलिस्ट मोदीजी की मार्केटिंग करते हैं, मोदीजी जनता का पैसा छीनकर क्रोनी कैपटलिस्ट को देते हैं।"
राहुल गांधी ने प्रेस वार्ता की शुरुआत में पत्रकारों से पूछा, "खुल के लिख रहे हैं आजकल या थोड़ा दबकर लिख रहे हैं, बोल रहे हैं। हमारी तो पूरी सपोर्ट है आपको।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर 2016 को तब प्रचलित 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों को रात 12 बजे से बंद करने की घोषणा की थी।
राहुल गांधी के बयान-
अरुण जेटली जी फँस गये हैं। ज्वाइंट पर्लियामेंट्री कमेटी के मुद्दे पर जेटली ने चुनौती नहीं स्वीकार की।
अरुण जेटली जेपीसी पर ब्लॉक लिखकर दिखायें।
हम पीएम नरेंद्र मोदी के वादों को गम्भीरता से नहीं लेते, हम पीएम का झूठ पकड़ते हैं।
हमारा काम पब्लिक को सच्चाई बताने का है। नोटबंदी से पहले हर जिले में बीजेपी कार्यालय के लिए जमीन खरीदी गयी।
रक्षा मंत्री एक दिन बोलती हैं कि हम एयरक्राफ्ट का दाम बताएंगे और दूसरी दिन कहती हैं नहीं बताएंगे।
राफेल पर राहुल गांधी
अनिल अंबानी की कंपनी ने कभी हवाईजहाज नहीं बनाया। अनिल अंबानी की कंपनी 45 हजार करोड़ रुपये के कर्जे में हैं।
एचएएल 70 साल से हवाईजहाज बना रही है और उस पर कोई कर्ज नहीं है।
राहुल ने पूछा कि आखिर नरेंद्र मोदी सरकार ने 1600 करोड़ रुपये की डील अनिल अंबानी को क्यों दी?
राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी बताएं कि उनकी और अनिल अंबानी की क्या डील हुई है?
नोटबंदी का विवाद
वहीं कांग्रेस ने नोटबंदी पर भी बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला। भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ नोटबंदी के बाद जमा हुए नोटों का आधिकारिक आंकड़ा सामने आने के बाद, कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा था- नोटबंदी तुगलकी फरमान है।पीएम मोदी को इस फैसले के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि, नोटबंदी के समय प्रधानमंत्री ने तीन मकसद गिनाए थे। पहला यह कि आतंकवाद पर चोट लगेगी, दूसरा यह कि जाली नोट पर अंकुश लगेगा और तीसरा यह कि कालाधन वापस आएगा। सवाल यह है कि इस तुगलकी फरमान का क्या नतीजा निकला?
बता दें कि नोटबंदी में चलन से हटाये गये 500 और 1,000 रुपये के लगभग सभी पुराने नोट बैंकिंग प्रणाली में लौट आये हैं। भारतीय रिजर्व बैंक की 2017- 18 की वार्षिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट में इस खुलासे के बाद विपक्ष ने सरकार पर हमला बोल दिया। विपक्ष ने सरकार से सवाल किया कि कालाधन समाप्त करने में नोटबंदी कितनी प्रभावी रही।
रिजर्व बैंक ने कहा कि नोटबंदी के समय आठ नवंबर, 2016 को मूल्य के हिसाब से 500 और 1,000 रुपये के 15.41 लाख करोड़ रुपये के नोट चलन में थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि इनमें से 15.31 लाख करोड़ रुपये के नोट बैंकों में वापस आ चुके हैं। इसका मतलब है कि बंद नोटों में सिर्फ 10,720 करोड़ रुपये मूल्य के नोट ही बैंकों के पास वापस नहीं आए हैं। हालांकि, पहले यह अनुमान लगाया गया था कि तीन लाख करोड़ रुपये प्रणाली में वापस नहीं लौटेंगे, क्योंकि इन्हें कर बचाने के लिए देश से बाहर जमा किया हुआ है।
राफेल डील का विवाद
राफेल मामले में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग पर वित्त मंत्री अरुण जेटली से 24 घंटे के भीतर जवाब मांगने के एक दिन बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसका जवाब देते हुए कहा कि जेटली को इस पर जल्द जवाब देना चाहिए क्योंकि ‘समयसीमा’ खत्म हो रही है। गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘प्रिय जेटली जी, राफेल की जांच के लिए जेपीसी के गठन के संदर्भ में आपकी समयसीमा खत्म होने में छह घंटे बचे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘युवा भारत इंतजार कर रहा है। मैं आशा करता हूं कि आप मोदी जी और अनिल अंबानी जी को इस बात के लिए मनाने में लगे हैं कि उन्हें आपकी बात क्यों सुननी चाहिए और इसकी अनुमति देनी चाहिए।’’
जेटली द्वारा कल राफेल मामले में कांग्रेस पर झूठ फैलाने का आरोप लगाए जाने के बाद राहुल गांधी ने उन पर पलटवार किया था और आरोप लगाया कि ‘आपके सुप्रीम लीडर’ अपने एक मित्र को बचा रहे हैं।
गांधी ने ट्वीट कर कहा था, ‘‘जेटली जी, ‘ग्रेट राफेल रॉबरी’ की तरफ राष्ट्र का ध्यान खींचने के लिए धन्यवाद। इस बारे में क्या खयाल है कि संयुक्त संसदीय समिति से इसका समाधान होगा? समस्या यह है कि आपके सुप्रीम लीडर अपने मित्र को बचा रहे हैं, इसलिए यह असुविधाजनक हो सकता है।’’ कांग्रेस अध्यक्ष ने जेटली को संबोधित करते हुए कहा था, ‘‘जांच-परख कीजिए और अगले 24 घंटों में जवाब दीजिए। हम इंतजार कर रहे हैं।’’
दरअसल, जेटली ने राफेल विमान सौदे के बारे में कांग्रेस के ऊपर झूठ फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि विपक्षी पार्टी तथा उसके नेता राहुल गांधी फर्जी अभियान चलाकर राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ गंभीर खिलवाड़ कर रहे हैं।