राहुल गांधी ने कहा-जासूसी कांड पर कोई समझौता नहीं करेंगे, पीएम मोदी ने लोकतंत्र की आत्मा को चोट पहुंचाई
By सतीश कुमार सिंह | Published: July 28, 2021 01:56 PM2021-07-28T13:56:39+5:302021-07-28T14:06:45+5:30
सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध जारी रहने के बीच पेगासस जासूसी विवाद, नए कृषि कानूनों तथा अन्य मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक बुधवार को एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
नई दिल्लीः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कई अन्य विपक्षी नेता पेगासस जासूसी मामले को लेकर मोदी सरकार पर हमला किया। राहुल गांधी ने कहा कि संसद में विपक्ष की आवाज दबाई जा रही है।कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को मोदी सरकार पर देश की संस्थाओं के खिलाफ पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
संसद के पास विजय चौक पर मीडिया को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने सरकार के आरोपों के जवाब में कहा कि हम संसद को बाधित नहीं कर रहे हैं, हम केवल अपनी जिम्मेदारी पूरी कर रहे हैं। पेगासस विवाद हमारे लिए राष्ट्रवाद, देशद्रोह का मुद्दा है, यह निजता का मामला नहीं है। यह राष्ट्रविरोधी कार्य है। यह सरकार द्वारा लोकतंत्र पर सीधा हमला है।
For us, Pegasus is a matter related to nationalism & treason. This weapon has been used against democracy. For me, it's not a matter of privacy. I see it as an anti-national act. Narendra Modi & Amit Shah Ji have attacked soul of India's democracy: Congress leader Rahul Gandhi pic.twitter.com/UEwm6DuvDY
— ANI (@ANI) July 28, 2021
"पीएम ने नागरिकों के खिलाफ इस हथियार (स्पाइवेयर) का इस्तेमाल क्यों किया?" इससे पहले आज, विपक्ष ने लोकसभा में हंगामा किया और कांग्रेस सदस्यों ने पेगासस और अन्य मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन करते हुए कुर्सी और ट्रेजरी बेंच पर कागजात फेंके।
सुबह जैसे ही लोकसभा की बैठक हुई, विपक्षी सदस्यों द्वारा लगातार नारेबाजी के बीच सदन ने प्रश्नकाल शुरू किया। जैसे ही विपक्ष का विरोध तेज हुआ, कांग्रेस सदस्य कुर्सी और ट्रेजरी बेंच पर कागजात फेंकते देखे गए। कार्यवाही की अध्यक्षता कर रहे राजेन्द्र अग्रवाल ने नियम 377 के तहत मामले को उठाया। हंगामा जारी रहने पर अग्रवाल ने सदन को स्थगित कर दिया।
मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ हुई बैठक में सपा नेता रामगोपाल यादव मौजूद थे
संसद भवन में मंगलवार को हुई बैठक में राहुल गांधी, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, शिवसेना के अरविंद सावंत, द्रमुक नेता टीआर बालू एवं कनिमोई, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले, बसपा के रितेश पांडे, माकपा के ए एम आरिफ एवं एस वेंकटेशन, नेशनल कॉन्फ्रेंस के हसनैन मसूदी, आईयूएमएल के ईटी मोहम्मद बशीर और आरएसपी के एनके प्रेमचंद्रन शामिल हुए।
सूत्रों का कहना है कि समाजवादी पार्टी को इस बैठक के लिए आमंत्रित किया गया था, लेकिन पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव व्यस्त होने के चलते इसमें शामिल नहीं हो सके। हालांकि सूत्रों के मुताबिक अखिलेश यादव ने अपना पूरा समर्थन जताया है। इससे पहले दिन में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ हुई बैठक में सपा नेता रामगोपाल यादव मौजूद थे।
पेगासस जासूसी मामले पर कार्यस्थगन का नोटिस देंगे
बसपा सांसद रितेश पांडे की इस बैठक में मौजूदगी को महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि हाल के कुछ वर्षों में विपक्ष की बैठकों से बसपा अक्सर दूर ही रही है। सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में निर्णय लिया गया कि राहुल गांधी, अधीर रंजन चौधरी, अरविंद सावंत, सुप्रिया सुले, ए एम आरिफ, ईटी मोहम्मद बशीर और कुछ अन्य नेता बुधवार को पेगासस जासूसी मामले पर कार्यस्थगन का नोटिस देंगे।
पेगासस और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर पिछले कई दिनों से संसद के दोनों सदनों में गतिरोध बना हुआ है। 19 जुलाई से मॉनसून सत्र आरंभ हुआ था, लेकिन अब तक किसी भी दिन बिना व्यवधान के दोनों सदनों की बैठक नहीं हो पाई है। विपक्षी दलों का कहना है कि सरकार की ओर से पेगासस जासूसी मुद्दे पर चर्चा कराने के लिए तैयार होने के बाद ही संसद में गतिरोध खत्म होगा।