Rahul Gandhi In Bihar: जाति जनगणना की मांग, बिहार वाला नहीं, तेलंगाना वाला होना चाहिए?, राहुल गांधी बोले-अंबेडकर जी और जगलाल चौधरी जी उठाते थे गरीबों की आवाज
By एस पी सिन्हा | Published: February 5, 2025 03:56 PM2025-02-05T15:56:13+5:302025-02-05T15:57:25+5:30
Rahul Gandhi In Bihar: राहुल गांधी ने कहा कि जाति जनगणना हमें बता देगा कि दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक, गरीब सामान्य वर्ग कौन और कितने हैं?

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पटनाः लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी बुधवार को स्वतंत्रता सेनानी जगलाल चौधरी की जयंती में भाग लेने पटना पहुंचे। बीते तीन हफ्ते में राहुल गांधी दूसरी बार पटना आए थे। यहां उन्होंने जगलाल चौधरी की जयंती के अवसर पर श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हम अंबेडकर जी और जगलाल चौधरी जी के विचार और उसूलों की बात करते हैं। लेकिन सवाल है कि अंबेडकर जी और जगलाल चौधरी जी के जो विचार थे, वे कहां से आते थे? सच्चाई ये है कि दलितों के दिल में जो दुख और दर्द था, अंबेडकर जी और जगलाल चौधरी जी ने उस आवाज को उठाया था। इसके साथ हीं राहुल गांधी ने एक बार फिर से जातीय जनगणना कराने की मांग उठाया। उन्होंने कहा कि आजादी मिली, बहुत कुछ हुआ।
मगर मैं आपसे सवाल पूछना चाहता हूं आज हिंदुस्तान की जो पॉवर है, जो संस्थाएं हैं, इसमें आपकी भागीदारी कितनी है? उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि दलितों को प्रतिनिधित्व मिला, उनको मिला मगर बंटवारे के बिना इसका कोई मतलब नहीं है। पीएम मोदी पर हमला करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि आजकल फैशन बन रहा है कि टिकट दे देते हैं, लेकिन अधिकार नहीं देते।
लोकसभा में एमपी बना देते हैं, लेकिन अधिकार नहीं देते। ये बिलकुल ऐसा ही है- जैसे मैंने आपके बीच में से पांच लोगों को स्टेज पर बैठा दिया, लेकिन उनके फैसले कहीं और से लिए जा रहे हैं। ऐसे में उन्हें स्टेज पर बैठाने का कोई मतलब नहीं है। मोदी सरकार में भी यही हो रहा है। आप लोगों को मंत्री बना देते हैं, लेकिन ओएसडी तो आरएसएस का होता है।
उन्होंने कहा कि जाति जनगणना जरूरी है। यहां वाला नहीं, तेलंगाना वाला। राहुल गांधी ने कहा कि जाति जनगणना हमें बता देगा कि दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक, गरीब सामान्य वर्ग कौन और कितने हैं? इसके बाद हम न्यायपालिका, मीडिया, संस्थानों और ब्यूरोक्रेसी इन सबमें इनकी कितनी भागेदारी है, इसकी सूची निकलेंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस इस संविधान को खत्म करना चाहते हैं। इसे सीधे से नहीं मारते हैं। मोदी जी इसके सामने मत्था टेकते हैं, लेकिन पीछे से अपना काम करते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि 200 बड़ी कम्पनियों में एक भी दलित-ओबीसी, आदिवासी नहीं है। 90 लोग हिंदुस्तान का बजट निर्धारण करते हैं।
इन लोगों में सिर्फ 3 दलित है। जो तीन अधिकारी हैं उनको छोटे छोटे विभाग दे रखे हैं। अगर 100 रूपये खर्च करती है सरकार तो उसमे एक रूपये का निर्णय ही दलित अधिकारी लेते हैं। इसी तरह 50 फीसदी आबादी पिछड़े वर्ग की है उनके भी मात्र 3 अधिकारी हैं। दलित, आदिवासी और पिछड़ा वर्ग की भागीदारी 100 रुपये में सिर्फ छह रुपये के बराबर है।
उन्होंने कहा कि आबादी के अनुरूप सभी सेक्टरों में प्रतिनिधित्व के लिए सबसे जरूरी है कि जाति गणना कराई जाए। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद है कि लीडरशिप के लेवल पर दलित, आदिवासी और पिछड़े को देखना। वहीं, पटना पहुंचते हीं राहुल गांधी एयरपोर्ट से सीधे कांग्रेस के विधायक दल के नेता शकील अहमद खान के घर गए, जहां उन्होंने लगभग एक घंटे से अधिक तक समय बिताया।
शकील अहमद खान के 18 साल के बेटे अयान खान ने रविवार की रात खुदकुशी कर ली थी। राहुल गांधी शकील अहमद खान के आवास पर पहुंचने के बाद शोकाकुल परिवार से मिले। इस मुलाकात के दौरान शकील अहमद खान और उनकी पत्नी मौजूद थीं।