कांग्रेस की हार पर राहुल ने जताई नाराजगी, कहा- बेटों-रिश्तेदारों को चुनाव में पार्टी हित से ज्यादा दी गई तरजीह
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 27, 2019 07:41 AM2019-05-27T07:41:46+5:302019-05-27T07:41:46+5:30
इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को राजस्थान में एक भी सीट नहीं मिल पाई है तो मध्यप्रदेश में एक और छत्तीसगढ़ में सिर्फ दो सीटें मिली हैं।
लोकसभा चुनाव-2019 में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने के सामने नाराजगी जाहिर की है। राहुल गांधी ने शनिवार को कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक में अपने इस्तीफे की पेशकश करते हए राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में करारी हार पर खास तौर नाराजगी जताई।
सूत्रों के अनुसार इस दौरान राहुल ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित कुछ बड़े क्षेत्रीय नेताओं का जिक्र करते हुए कहा इन नेताओं ने बेटों-रिश्तेदारों को टिकट दिलाने के लिए जिद की और उन्हीं को चुनाव जिताने में लगे रहे और दूसरे स्थानों पर ध्यान नहीं दिया।
सीडब्ल्यूसी की बैठक में मौजूद रहे दो नेताओं ने इसकी पुष्टि की है। राहुल ने कहा कि पार्टी इससे कहीं बेहतर प्रदर्शन कर सकती थी। इस बैठक में मौजूद पार्टी के एक अन्य नेता ने कहा, 'राहुल गांधी ने गहलोत और कमलनाथ, चिदंबरम सहित कुछ बड़े क्षेत्रीय नेताओं का नाम लिया और कहा कि इन नेताओं ने अपने बेटे और रिश्तेदारों को टिकट दिलाने के लिए जिद की और फिर इन्हें ही जिताने में लगे रहे। इस चक्कर में दूसरे स्थानों पर इन नेताओं ने पूरा ध्यान नहीं दिया।'
बता दें कि इस चुनाव में कांग्रेस को राजस्थान में एक भी सीट नहीं मिल पाई है तो मध्यप्रदेश में एक और छत्तीसगढ़ में सिर्फ दो सीटें मिली हैं। गहलोत, कमलनाथ और चिदंबरम के पुत्र इस बार चुनावी मैदान में थे। गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत जोधपुर से चुनाव हार गए, हालांकि कमलनाथ के पुत्र नकुलनाथ मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा और चिदंबरम के पुत्र कार्ति तमिलनाडु की शिवगंगा सीट से चुनाव जीत गए।
राहुल की इस्तीफे की पेशकश पर चिंदबरम हुए भावुक
पार्टी सूत्रों के अनुसार राहुल ने जब इस्तीफे की पेशकश की तो पी. चिदंबरम भावुक हो गये। चिदंबरम ने यहां तक कहा कि अगर राहुल ने इस्तीफा दिया तो दक्षिण भारत में कई लोग आत्महत्या भी कर सकते हैं। इसके बाद पार्टी में बैठे दूसरे नेताओं ने भी राहुल से इस्तीफा वापस लेने को कहा।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए गांधी ने इस्तीफे की पेशकश की तो सोनिया गांधी, अहमद पटेल और प्रियंका गांधी ने भी उन्हें रोका। प्रियंका ने यह कहा कि अगर राहुल इस्तीफा देते हैं तो भाजपा की चाल सफल हो जाएगी।
राफेल मुद्दा फ्लॉप!
सूत्रों ने कहा कि राहुल ने बैठक में यह भी कहा कि कई अहम मुद्दों खासकर राफेल को जमीनी स्तर पर ले जाने पर सफलता नहीं मिल पाई। बाद में सीडब्ल्यूसी ने प्रस्ताव पारित कर उनके इस्तीफे की पेशकश को सर्वसम्मति से खारिज किया और पार्टी में आमूलचूल बदलाव के लिए उन्हें अधिकृत किया।
(पीटीआई इनपुट भी)