लोकमत एक्सक्लूसिव इंटरव्यू: मोदी राज में 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोज़गारी है- राहुल गांधी

By शीलेष शर्मा | Published: April 27, 2019 08:11 AM2019-04-27T08:11:13+5:302019-04-27T08:11:52+5:30

हमने मेनिफेस्टो बनाते समय लाखों लोगों से बात की. हमने उनसे पूछा कि बताइए क्या किया जा सकता है. उन्होंने हमें बताया कि हम एंटरप्रेन्योर्स है हम बिजनेस चालू करना चाहते हैं मगर जैसे ही आप बिजनेस चालू करते हैं पहला काम 10-15 सरकारी डिपार्टमेंट से परमिशन लेना. परमिशन लेने जाते हैं, वह आप जानते हो रिश्वत लेते हैं.

Rahul Gandhi EXCLUSIVE INTERVIEW: EMLOYMENT HAS NOT BEEN GENERATED IN MOST SINCE 45 YEARS | लोकमत एक्सक्लूसिव इंटरव्यू: मोदी राज में 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोज़गारी है- राहुल गांधी

लोकमत एक्सक्लूसिव इंटरव्यू: मोदी राज में 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोज़गारी है- राहुल गांधी

Highlightsनोटबंदी और जीसटी का एक और इफेक्ट हुआ कि जो हमारे गांवों और शहरों के लोग हैं, दुकानदार हैं, जैसे ही उन्होंने (मोदी जी) इन लोगों की जेब से पैसा निकाल लिया तो लोगों ने माल खरीदना बंद कर दिया.नोटबंदी के जरिए सबकी जेब से पैसा निकाल लिया और उसे अनिल अंबानी, मेहुल चोकसी, नीरव जैसे लोगों की जेबों में डाल दिया. 

राहुल गांधी ने लोकमत समाचार को दिए इंटरव्यू में कहा है कि मोदी राज में बेरोज़गारी लगातार बढ़ी है. 

मोदी सरकार ने हर साल 2 करोड़ रोजगार देने की बात की थी, लेकिन आज 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है. 

मोदी जी ने अर्थव्यवस्था को 2-3 बड़े झटके दिए हैं नोटबंदी और जीएसटी के रूप में. नोटबंदी के जरिए सबकी जेब से पैसा निकाल लिया और उसे अनिल अंबानी, मेहुल चोकसी, नीरव जैसे लोगों की जेबों में डाल दिया. 

नोटबंदी और जीसटी का एक और इफेक्ट हुआ कि जो हमारे गांवों और शहरों के लोग हैं, दुकानदार हैं, जैसे ही उन्होंने (मोदी जी) इन लोगों की जेब से पैसा निकाल लिया तो लोगों ने माल खरीदना बंद कर दिया. इसके कारण चीजों की मांग में कमी आई तो फैक्टरियों को काम बंद करना पड़ा. मालिकों ने युवाओं से कहा कि आप जाइए,आपकी जरूरत नहीं है. 

इस सबका परिणाम हुआ कि भारत में बेरोजगारी और बढ़ गई. हम न्याय योजना लेकर आ रहे हैं, जिसका काम होगा अर्थव्यवस्था को रिमोनटाइज करने का. इसका मतलब है कि हम सिस्टम में पैसा डालेंगे, जिससे लोगों के पास पैसा आएगा तो वो वस्तुओं की खरीददारी करेंगे तो बाजार में मांग बढ़ेगी और फैक्टरियों में फिर से काम शुरू हो जाएगा तथा युवाओं को रोजगार मिलेगा. 

हमने मेनिफेस्टो बनाते समय लाखों लोगों से बात की. हमने उनसे पूछा कि बताइए क्या किया जा सकता है. उन्होंने हमें बताया कि हम एंटरप्रेन्योर्स है हम बिजनेस चालू करना चाहते हैं मगर जैसे ही आप बिजनेस चालू करते हैं पहला काम 10-15 सरकारी डिपार्टमेंट से परमिशन लेना. परमिशन लेने जाते हैं, वह आप जानते हो रिश्वत लेते हैं. इसके बारे में आप कुछ कीजिए मेनिफेस्टो में. 

हमने एक लाइन ऐतिहासिक लिख दी. युवा कोई भी बिजनेस खोलना चाहते हैं तो 3 साल के लिए आपको किसी सरकारी डिपार्टमेंट से कोई परमिशन लेने की जरूरत नहीं है. 3 साल बाद जब आपका बिजनेस बन जाएगा, 30-40 लोग जब आपके लिए काम करेंगे, आपने हिंदुस्तान की मदद की, तब आप जाकर परमिशन लीजिए. अगर आपका बिजनेस नहीं चला 3 साल के अंदर तो नो प्रॉब्लम कोई परमिशन की जरूरत नहीं. 

दूसरी बात , हमें एक युवा ने बताया कि मोदी सरकार ने अनिल अंबानी को 45,000 करोड़ रुपया दिया, नीरव मोदी और मेहुल चौकसी 35000 करोड़ रुपया दिया, विजय माल्या को 10000 करोड़ रुपया. यह लोग भाग गए, इन्होंने कितने युवाओं को रोजगार दिया. नीरव मोदी ने 100-200 लोगों को रोजगार दिया होगा, 35000 करोड़ रुपए कमाए हिंदुस्तान के. 

युवा ने हमसे कहा, कि देखिए जो पैसा इन 10-15 क्रोनी कैपिटलिस्ट को दिया है, वह पैसा यह जो नए और एंटरप्रेन्योर्स बनेंगे, जो बिना परमिशन बिजनेस खोलेंगे इनको बैंक लोन की तरह दे दो. हमने कहा-मंजूर है, ठीक है, यही करेंगे. पूरा बैंकिंग सिस्टम इन बिजनेसमैन पर फोकस करेगा. 

Web Title: Rahul Gandhi EXCLUSIVE INTERVIEW: EMLOYMENT HAS NOT BEEN GENERATED IN MOST SINCE 45 YEARS

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