राहुल गांधी ने भारत को 'राज्यों का संघ' बताया, कैम्ब्रिज के विद्वान ने पूछा- क्या भारत के बारे में आपके विचार त्रुटिपूर्ण और विनाशकारी नहीं?
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 25, 2022 07:08 AM2022-05-25T07:08:10+5:302022-05-25T10:07:55+5:30
राहुल गांधी द्वारा भारत को राज्यों का संघ बताने पर आईआरटीएस एसोसिएशन के एक सिविल सेवक और कैम्ब्रिज में सार्वजनिक नीति के विद्वान सिद्धार्थ वर्मा ने कहा कि आपको विचार विनाशकारी हैं।
कैम्ब्रिजः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी कैंब्रिज विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ बातचीत में भारत को राज्यों का संघ के रूप में वर्णित किया। कांग्रेस नेता ने कहा कि "भारत एक राष्ट्र नहीं है, बल्कि राज्यों का एक संघ है।" इस पर कइयों ने आपत्ति जताई। उनसे इस पर सवाल काउंटर सवाल किए गए।
आईआरटीएस एसोसिएशन के एक सिविल सेवक और कैम्ब्रिज में सार्वजनिक नीति के विद्वान सिद्धार्थ वर्मा ने राहुल गांधी को टोकते हुए कहा कि भारत राज्यों का संघ नहीं बल्कि राष्ट्र है। हालांकि राहुल गांधी अपनी बात पर अड़े रहे। जिसपर वर्मा ने कहा कि आपका विचार न केवल त्रुटिपूर्ण और गलत है, बल्कि विनाशकारी भी है।
Yesterday, in Cambridge, I questioned Mr. Rahul Gandhi on his statement that "India is not a nation but a Union of States". He asserted that India is not a nation but the result of negotiation between states. (His complete response will be shared once uploaded by organisers) pic.twitter.com/q5KluwenMf
— Siddhartha Verma (@Sid_IRTS) May 24, 2022
सिद्धार्थ वर्मा ने कहा, “आपने संविधान के अनुच्छेद 1 का हवाला देते हुए कहा कि इंडिया यानी भारत, राज्यों का एक संघ है। यदि आप पन्नों को पीछे पलटते हैं और प्रस्तावना पढ़ते हैं, तो यह भारत को एक राष्ट्र के रूप में उल्लेख करता है। वर्मा ने राहुल गांधी से कहा, भारत अपने आप में दुनिया की सबसे पुरानी जीवित सभ्यताओं में से एक है। और यह शब्द वेदों में दर्ज है। यहां तक कि चाणक्य ने तक्षशिला में पढ़ाने के दौरान अपने छात्रों के लिए भारत को एक राष्ट्र के रूप में वर्णित किया।
सिद्धार्थ वर्मा के सवाल पर राहुल गांधी ने जवाब देते हुए कहा, क्या चाणक्य ने अपने छात्रों को भारत के विचार का वर्णन करते समय "नेशन" शब्द का इस्तेमाल किया था। इस पर, वर्मा ने जवाब दिया कि चाणक्य ने "राष्ट्र" शब्द का इस्तेमाल किया, जो भारत की विशेषता के लिए "नेशन" के लिए एक संस्कृत शब्द है। हालांकि, राहुल ने जोर देकर कहा कि "राष्ट्र" का अर्थ "राज्य" है, न कि "राष्ट्र"।
राष्ट्र को स्पष्ट करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि "राष्ट्र शब्द एक पश्चिमी अवधारणा है", राष्ट्र-राज्यों की अवधारणा पश्चिम में उत्पन्न हुई थी और भारत सिर्फ राज्यों का एक संघ था। इस पर वर्मा ने उनका यह कहते हुए प्रतिवाद किया, “इसलिए जब मैं राष्ट्र के बारे में बात करता हूँ, तो मैं केवल राजनीतिक संस्थाओं के बारे में बात नहीं करता क्योंकि हमारे पास दुनिया भर में ये प्रयोग हुए हैं। आपके पास यूएसएसआर था, आपके पास यूगोस्लाविया था, आपके पास संयुक्त अरब गणराज्य था। इसलिए जब तक राष्ट्रों में एक मजबूत सामाजिक-सांस्कृतिक और भावनात्मक बंधन और एक मिश्रित संस्कृति नहीं होती, एक संविधान एक राष्ट्र नहीं बना सकता है। राष्ट्र संविधान बना सकता है।
वर्मा ने पूछा, "मेरा आपसे सवाल यह है कि एक राजनीतिक नेता के रूप में, आपको नहीं लगता कि भारत के बारे में आपका विचार न केवल त्रुटिपूर्ण और गलत है, बल्कि विनाशकारी भी है क्योंकि यह हजारों वर्षों के इतिहास को मिटाने का प्रयास करता है।"
पिछले कुछ समय से राहुल गांधी लगातार भारत के विचार पर सवाल उठा रहे हैं। फरवरी 2022 में, राहुल गांधी ने भारतीय संसद में कहा कि भारत सिर्फ "राज्यों का संघ" था, न कि एक राष्ट्र।