राहुल गांधी ने भर्ती और रोजगार पर मोदी सरकार को घेरा, प्रियंका गांधी ने भी किया हमला, ट्वीट कर कही ये बात
By भाषा | Published: September 4, 2020 01:39 PM2020-09-04T13:39:59+5:302020-09-04T13:39:59+5:30
राहुल गांधी पिछले कई दिनों से लगातार ट्वीट के जरिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोलते नजर आए हैं। ताजा कड़ी में उन्होंने रोजगार को लेकर सवाल खड़े किए। वहीं, प्रियंका गांधी ने भी इसी मुद्दे पर सरकार को घेरा।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बेरोजगारी की स्थिति और कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) तथा कुछ अन्य परीक्षाओं के परिणाम में कथित विलंब को लेकर शुक्रवार को सरकार पर निशाना साधा और कहा कि सरकार को युवाओं के रोजगार से जुड़ी इन समस्याओं का समाधान करना चाहिए।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘मोदी सरकार, रोज़गार, बहाली, परीक्षा के परिणाम दो, देश के युवाओं की समस्या का समाधान दो।’ इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘2017- एसएससी सीजीएल (संयुक्त स्नातक स्तर) की भर्तियों में अभी तक नियुक्ति नहीं हुई। 2018- सीजीएल परीक्षा का परिणाम तक नहीं आया। 2019- सीजीएल की परीक्षा ही नहीं हुई। 2020- एसएससी सीजीएल की भर्तियां निकाली ही नहीं।’
प्रियंका ने दावा किया, ‘भर्ती निकले तो परीक्षा नहीं, परीक्षा हो तो परिणाम नहीं, परिणाम आ जाए तो नियुक्ति नहीं। निजी क्षेत्र में छंटनी और सरकारी में भर्तियों पर ताला लगने से युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है लेकिन सरकार सच पर पर्दा डालने के लिए विज्ञापनों और भाषणों में झूठ परोस रही है।’
2017- SSC CGL की भर्तियों में अभी तक नियुक्ति नहीं हुई।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 4, 2020
2018- CGL परीक्षा का रिजल्ट तक नहीं आया।
2019- CGL की परीक्षा ही नहीं हुई।
2020- SSC CGL की भर्तियां निकाली ही नहीं।
भर्ती निकले तो परीक्षा नहीं
परीक्षा हो तो रिजल्ट नहीं
रिजल्ट आ जाये तो नियुक्ति नहीं pic.twitter.com/0wrPPPqk1s
इससे पहले राहुल गांधी ने गुरुवार को भी सरकार पर निशाना साधा था। राहुल ने अपने ट्वीट में नोटबंदी और अर्थव्यस्था का मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा था कि करीब चार साल पहले की गई नोटबंदी ‘असंगठित अर्थव्यवस्था पर आक्रमण’ था और इसका छिपा हुआ मकसद असंगठित क्षेत्र से नकदी को निकालना था।
राहुल ने ये भी कहा कि नोटबंदी से कोई फायदा नहीं हुआ और पूरे देश को इसे पहचान कर इसके खिलाफ मिलकर लड़ना चाहिए। राहुल गांधी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने खुद कहा कि वह कैशलेस इंडिया चाहते हैं। कैशलेस हिंदुस्तान चाहते हैं। अगर कैशलेस हिंदुस्तान होगा तो असंगठित अर्थव्यवस्था तो खत्म हो जाएगी।’ राहुल ने कहा कि नोटबंदी का नुकसान किसानों, मजदूरों, छोटे दुकानदारों, छोटे एवं मझोले कारोबार वालों को हुआ जो नकदी का इस्तेमाल करते हैं और नकद के बिना जी नहीं सकते।