मशहूर शायर राहत इंदौरी का हार्ट अटैक से निधन, इंदौर के छोटी खजरानी कब्रिस्तान में किया गया सुपुर्द-ए-खाक
By स्वाति सिंह | Published: August 11, 2020 09:45 PM2020-08-11T21:45:09+5:302020-08-12T00:35:25+5:30
इंदौर: कोरोना वायरस संक्रमण के इलाज के दौरान मशहूर शायर राहत इंदौरी की यहां मंगलवार को अरविंदो अस्पताल में मृत्यु हो गई। वह 70 वर्ष के थे। जिलाधिकारी मनीष सिंह ने बताया, "कोविड-19 से संक्रमित इंदौरी का अरबिंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (सैम्स) में इलाज के दौरान निधन हो गया।"
इसके बाद इंदौरी साहब आज (मंगलवार) रात साढ़े नौ बजे छोटी खजरानी (इंदौर) कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिए गए। इस दौरान उनके परिवार के चंद लोग मौजूद रहे। उनका शव अरविंदो अस्पताल से सीधे कब्रस्तान ले जाया गया और कोविड प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया गया।
उन्होंने बताया कि इंदौरी हृदय रोग, किडनी रोग और मधुमेह सरीखी पुरानी बीमारियों से पहले से ही पीड़ित थे। 70 वर्षीय शायर ने मंगलवार सुबह खुद ट्वीट कर अपने संक्रमित होने की जानकारी दी थी। इंदौरी ने अपने ट्वीट में यह भी कहा था, "दुआ कीजिये (मैं) जल्द से जल्द इस बीमारी को हरा दूं।"
इंदौरी के दोनों फेफड़ों में निमोनिया था
सैम्स के छाती रोग विभाग के प्रमुख डॉ. रवि डोसी ने बताया, "इंदौरी के दोनों फेफड़ों में निमोनिया था और उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया था।" उन्होंने बताया, "सांस लेने में तकलीफ के चलते उन्हें आईसीयू में रखा गया था और ऑक्सीजन दी जा रही थी। लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद हम उनकी जान नहीं बचा सके।"
इंदौरी के बेटे और युवा शायर सतलज राहत ने अपने पिता की मौत से पहले मंगलवार सुबह "पीटीआई-भाषा" को बताया था, "कोविड-19 के प्रकोप के कारण मेरे पिता पिछले साढ़े चार महीनों से घर में ही थे। वह केवल अपनी नियमित स्वास्थ्य जांच के लिये घर से बाहर निकल रहे थे।"
उन्होंने बताया कि इंदौरी को पिछले पांच दिन से बेचैनी महसूस हो रही थी और डॉक्टरों की सलाह पर जब उनके फेफड़ों का एक्स-रे कराया गया, तो इनमें निमोनिया की पुष्टि हुई थी। बाद में जांच में वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये थे। गौरतलब है कि शायरी की दुनिया में कदम रखने से पहले, इंदौरी एक चित्रकार और उर्दू के प्रोफेसर थे। उन्होंने हिन्दी फिल्मों के लिये गीत भी लिखे थे और दुनिया भर के मंचों पर काव्य पाठ किया था।