मनरेगा लागू करने में रघुवंश की भूमिका को हमेशा याद रखा जाएगा: उपराष्ट्रपति नायडू
By भाषा | Published: September 13, 2020 04:05 PM2020-09-13T16:05:38+5:302020-09-13T16:05:38+5:30
जून में रघुवंश प्रसाद सिंह की कोविड-19 जांच में उनके संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी और शुरूआत में उन्हें एम्स पटना में भर्ती किया गया था।
नयी दिल्ली: उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने रविवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि ‘महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना’ को क्रियान्वित करने में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। सिंह का यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में रविवार को निधन हो गया।
वह 74 वर्ष के थे। जून में सिंह की कोविड-19 जांच में उनके संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी और शुरूआत में उन्हें एम्स पटना में भर्ती किया गया था। बाद में, पूर्व केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री को दिल्ली स्थित एम्स ले जाया गया, जहां सांस लेने में परेशानी और स्वास्थ्य संबंधी अन्य समस्याओं के कारण उनका निधन हो गया।
उप-राष्ट्रपति सचिवालय ने नायडू को उद्धृत करते हुए ट्वीट किया, “पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन से दुख हुआ। वह अच्छे सांसद थे और जमीन से जुड़े नेता थे, उन्होंने गरीबों और ग्रामीण लोगों के उत्थान के लिए बहुत काम किया।”
नायडू ने कहा कि ‘महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम’ (मनरोगा) लागू करने में सिंह की भूमिका को हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने कहा, “उनके परिवार के सदस्यों को मेरी संवेदनाएं। ओम शांति।”