राफेल डील में पीएम मोदी ने अनिल अंबानी के लिए किया बिचौलिए का काम: राहुल गांधी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 12, 2019 11:54 AM2019-02-12T11:54:32+5:302019-02-12T12:19:58+5:30
राफेल सौदे पर राहुल गांधी ने एक नए ईमेल का खुलासा किया है। राहुल गांधी ने ईमेल का दावा करते हुए कहा कि डील से पहले फ्रांस के रक्षा मंत्री के ऑफिस में अनिल अंबानी गए थे।
राफेल विवाद को लेकर लगातार राहुल गांधी मोदी सरकार पर हमला बोल रहे हैं। मंगलवार को आयोजिए एक प्रेस कांफ्रेंस में राहुल गांधी ने एक ईमेल का खुलासा किया है। उन्होंने ईमेल का हवाला देते हुए कहा कि राफेल डील से 10 दिन पहले फ्रांस के रक्षा मंत्री से अनिल अंबानी ने मुलाकात की थी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने एक ईमेल दिखाकर कहा कि इस ईमेल से स्पष्ट है कि नरेंद्र मोदी अनिल अंबानी के बिचौलिए के रूप में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एयरबस कंपनी के एग्जक्यूटिव ने ईमेल में लिखा है कि फ्रांस के रक्षा मंत्री के ऑफिस में अनिल अंबानी गए थे।
Rahul Gandhi: Narendra Modi ji is acting as the middleman of Anil Ambani. This email is clear. An Airbus executive wrote that Mr.Anil Ambani met the French Defence Minister and told him 10 days before the #Rafale deal was signed that he was going to get it pic.twitter.com/h2tQQUgSXk
— ANI (@ANI) February 12, 2019
राहुल गांधी ने सवाल किया कि अब पीएम को जवाब देने की जरूरत है कि अनिल अंबानी को राफेल डील से 10 दिन पहले कैसे पता चला। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री, एचएएल को नहीं पता, लेकिन अनिल अंबानी को पता था। अगर यह सच है तो पीएम मोदी आधिकारिक रहस्य अधिनियम का उल्लंघन करते हैं, इस आधार पर आपराधिक कार्रवाई शुरू की जानी चाहिए।
Rahul Gandhi: Now PM needs to answer how did Anil Ambani knew 10 days in advance of the #Rafaledeal. Defence Minister, HAL, Foreign Secy don't know but Anil Ambani knew.If this is true then PM is in violation of official secrets act,criminal action must be initiated on this basis https://t.co/5c5M7vA2jC
— ANI (@ANI) February 12, 2019
इससे पहले इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक मार्च 2015 के चौथे सप्ताह में अनिल अंबानी पेरिस गए थे और वहां उन्होंने फ्रांसीसी फ्रांसीसी रक्षा मंत्री जीन वेस ली ड्रायन से मुलाकात की थी।
इस बैठक में ली ड्रायन के विशेष सलाहकार जीन क्लॉड मैलेट भी शामिल थे। हालांकि अंबानी की इस बैठक को सोलोमॉन ने एक यूरोपीय रक्षा कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी को गुप्त और कल्पना के अनुसार बहुत कम समय में प्लान बताया है।