राफेल डील पर कांग्रेस के रवैये के खिलाफ, बीजेपी का विशाल प्रदर्शन
By अनुभा जैन | Published: December 19, 2018 08:20 PM2018-12-19T20:20:45+5:302018-12-19T20:20:45+5:30
देश के सर्वोच्चय न्यायालय के निर्णय के बाद राफेल के मुद्दे पर सच्चाई को आमजन तक पहुंचाने के लिए जयपुर शहर व देहात भारतीय जनता पार्टी द्वारा आज जयपुर कलेक्ट्रेट पर विशाल प्रदर्शन किया।
राफेल खरीद समझोते के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी व उसके अध्यक्ष लोकसभा सदस्य राहुल गांधी के तथ्यहीन, बेबुनियाद व निराधार आरोपो के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने आज देशभर मे जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया। देश के सर्वोच्चय न्यायालय के निर्णय के बाद राफेल के मुद्दे पर सच्चाई को आमजन तक पहुंचाने के लिए जयपुर शहर व देहात भारतीय जनता पार्टी द्वारा आज जयपुर कलेक्ट्रेट पर विशाल प्रदर्शन कर कलेक्टर महोदय को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सोंपा गया, जिसमें यह मांग की गई कि देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने तथा भारत की अन्र्तराष्ट्रीय साख को धुमील कर जनता से बोले गए इस गम्भीर झूठ के लिए राहुल गांधी को लोक सेवक के पद से मुक्त किया जावें।
आज के जयपुर प्रदर्शन मे पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी व अरूण चतुर्वेदी, पूर्व मंत्री कालीचरण सराफ, विधायक अशोक लाहोटी, रामलाल शर्मा, निर्मल कुमावत, पार्टी के प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा व कैलाश मेघवाल, प्रदेश मंत्री मुकेश दाधिच, देहात अध्यक्ष रामानन्द गुर्जर व पार्टी नेता सुरेन्द्र पारीक, फूलचन्द भिण्डा, जगदीश मीणा, कन्हैयालाल मीणा, मुकेश गोयल, रामावतार बैरवा सहित हजारों की संख्या मे पार्टी के कार्यकर्ता शामिल हुए और प्रदर्शन के दौरान राहुल गांधी व कांग्रेस के अमर्यादित रवैये के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
जयपुर शहर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष संजय जैन ने कहा कि देश की सुरक्षा से जुड़े इस महत्वपूर्ण विमान सौदे को लेकर राहुल गांधी द्वारा जिस प्रकार बेबुनियाद, तथ्यहीन आरोप केन्द्र की सरकार पर लगाए गए, उससे सेना का मनोबल भी कमजोर हुआ है व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर देश की प्रतिष्ठा को आंच पहुंची है। देश के सर्वोच्चय न्यायालय मे इस मामले को लेकर चार याचिकाएं दाखिल की गई थी, इन याचिकाओं मे निर्णय प्रक्रिया, कीमत तथा आफसेट पार्टनर को लेकर तीन विषय प्रमुखता से उठाए गए थे।
गत 14 दिसम्बर 2018 को माननीय सर्वोच्चय न्यायालय ने सभी याचिकाओं को खारिज करते हुए यह भी स्पष्ट किया की इस समझोते पर किसी भी प्रकार का संदेह करने का कोई ठोस आधार नजर नही आता है। इस पूरी खरीद प्रक्रिया को पारदर्शी एवं नियमों के अनुरूप पूरा किया गया है। न्यायालय के इस निर्णय के बाद राफेल के मुद्दे पर राहुल गांधी द्वारा बोला गया हर झूठ उजागर हुआ है तथा सच्चाई देश की जनता के सामने आई है।