पंजाब विधानसभा चुनावः 'आपके मंत्रिमंडल में एक भी महिला मंत्री क्यों नहीं', सिद्धू ने महिला सशक्तिकरण पर केजरीवाल से पूछा
By सतीश कुमार सिंह | Published: November 29, 2021 05:45 PM2021-11-29T17:45:57+5:302021-11-29T17:47:58+5:30
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि चरणजीत सिंह चन्नी सरकार झूठ बोलती है कि उसने राज्य में 36,000 निविदा कर्मचारियों को स्थाई किया।
चंडीगढ़ः पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीपीसीसी) के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने महिला सशक्तिकरण पर आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल से कई सवाल पूछे। नवजोत सिंह सिद्धू ने दिल्ली के मुख्यमंत्री से पूछा कि आपके मंत्रिमंडल में एक भी महिला मंत्री क्यों नहीं। ट्वीट कर दिल्ली सरकार पर हमला किया।
पंजाब में चुनाव प्रचार के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री द्वारा किए गए अन्य विकासात्मक वादों सहित कई मुद्दों पर आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल को निशाने पर लिया। आप संयोजक केजरीवाल को आड़े हाथ लेते हुए नवजोत सिद्धू ने कहा, "जो लोग शीशे के घरों में रहते हैं उन्हें दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकना चाहिए। अरविंद केजरीवाल जी आप महिला सशक्तिकरण, नौकरी और शिक्षकों की बात करते हैं। हालांकि, आपके मंत्रिमंडल में एक भी महिला मंत्री नहीं है। शीला दीक्षित जी द्वारा छोड़े गए राजस्व अधिशेष के बावजूद दिल्ली में कितनी महिलाओं को 1000 रुपये मिलते हैं !!"
On teachers and jobs, in 2015 there were 12515 job vacancies of teachers in Delhi, & in 2021 there are 19907 such job vacancies of teachers in Delhi … and you are filling most of vacant posts by just guest lecturers... pic.twitter.com/L8Y595pmR4
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) November 29, 2021
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मोहाली में शिक्षकों के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए और कहा कि अगले साल होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव में अगर आम आदमी पार्टी की विजय होती है तो शिक्षकों की नौकरी स्थायी कर दी जाएगी। चंडीगढ़ हवाई अड्डे से केजरीवाल सीधा प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे।
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की इमारत के बाहर अस्थायी शिक्षक, नौकरी स्थायी करने की मांग को लेकर पिछले 165 दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं। केजरीवाल के साथ पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष भगवंत मान, पंजाब मामलों के प्रभारी जरनैल सिंह और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा मौजूद थे। केजरीवाल ने प्रदर्शनकारी शिक्षकों से कहा कि आम आदमी पार्टी को पंजाब में सरकार बनाने का मौका मिलना चाहिए।
केजरीवाल ने हाल ही में चुनावी राज्य में अपने एक अभियान के दौरान अन्य वादों के साथ महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए योजनाओं का वादा किया था। सिद्धू ने दिल्ली के मुख्यमंत्री का पर्दाफाश करते हुए ट्विटर पर लिखा, "महिला सशक्तिकरण का मतलब है कि चुनावी प्रक्रिया के हर चरण में महिलाओं को अनिवार्य रूप से शामिल करना जैसे कांग्रेस पंजाब में कर रही है। सच्चा नेतृत्व 1000 रुपये का लॉलीपॉप देने में नहीं है, बल्कि प्रदान करके अपने भविष्य में निवेश करना है। स्वरोजगार और महिला उद्यमियों के लिए कौशल - पंजाब मॉडल।"
नौकरियों और बेरोजगारी पर सिद्धू ने केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा, "शिक्षकों और नौकरियों पर, 2015 में दिल्ली में शिक्षकों की 12,515 रिक्तियां थीं और 2021 में दिल्ली में शिक्षकों की ऐसी 19907 रिक्तियां हैं ... और आप सबसे अधिक भर रहे हैं सिर्फ अतिथि व्याख्याताओं द्वारा रिक्त पदों की..."
"अपने 2015 के घोषणापत्र में आपने दिल्ली में 8 लाख नई नौकरियों और 20 नए कॉलेजों का वादा किया था, नौकरियां और कॉलेज कहां हैं? आपकी असफल गारंटी के विपरीत, पिछले 5 वर्षों में दिल्ली की बेरोजगारी दर लगभग 5 गुना बढ़ गई है!" दिल्ली में उनकी सरकार ने शिक्षा व्यवस्था में सुधार किया है और शिक्षकों के मुद्दों का समाधान किया है।
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक ने कहा कि प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने उन्हें बताया कि उन्हें प्रतिमाह छह हजार रुपये मिलते हैं। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में न्यूनतम वेतन 15 हजार रुपये प्रतिमाह है। उन्होंने कहा, “आप हमें एक मौका दीजिये। अगर हम नहीं कर पाए तो आप अगली बार हमें हटा दीजियेगा।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस और अकाली दल दोनों ने अपने कार्यकाल के दौरान शिक्षकों की नौकरी स्थाई नहीं की। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले पंजाब के सफाई कर्मचारी उनसे मिले जिन्होंने कहा कि उनकी नौकरी भी स्थाई नहीं की गई।