पंजाब कांग्रेस में कलहः हरीश रावत बोले-अगले तीन-चार दिनों में अच्छी खबर आएगी, जानें मामला
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: July 13, 2021 08:09 PM2021-07-13T20:09:34+5:302021-07-13T20:10:57+5:30
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से बातचीत में यह टिप्पणी की।
नई दिल्लीः कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने पार्टी की पंजाब इकाई में चल रही कलह के जल्द खत्म होने का संकेत देते हुए मंगलवार को कहा कि अगले तीन-चार दिनों में पंजाब कांग्रेस के लिए अच्छी खबर आएगी। उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से बातचीत में यह टिप्पणी की।
कांग्रेस के पंजाब प्रभारी रावत ने कहा, ‘‘अगले तीन-चार दिनों में पंजाब कांग्रेस के लिए अच्छी खबर आएगी।’’ उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ महीनों से पंजाब कांग्रेस में खुलकर कलह देखने को मिल रही है। पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और कुछ अन्य नेताओं ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
पार्टी में कलह को दूर करने के लिए कांग्रेस आलाकमान ने राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया था। इस समिति ने मुख्यमंत्री समेत पंजाब कांग्रेस 100 से अधिक नेताओं की राय ली और फिर अपनी रिपोर्ट आलाकमान को सौंपी। पिछले दिनों अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। सिद्धू भी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मिले थे।
राहुल ने उत्तराखंड के कांग्रेस नेताओं के साथ मंथन किया, जल्द हो सकता संगठनात्मक बदलाव
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से जुड़ी तैयारियों को लेकर सोमवार और मंगलवार को राज्य से जुड़े पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा की और अब जल्द ही पार्टी की राज्य इकाई में कुछ प्रमुख संगठनात्मक बदलाव किए जाने की संभावना है।
सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी ने मंगलवार को पहले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रीतम सिंह के साथ बैठक की। इसके बाद उन्होंने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, पार्टी के राष्ट्रीय सचिव मुहम्मद निजामुद्दीन और प्रकाश जोशी के साथ अलग-अलग मुलाकात की। इससे पहले, सोमवार को भी राहुल गांधी ने कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, हरीश रावत, प्रीतम सिंह, गणेश गोदियाल, नवप्रभात और भुवन कापड़ी से मुलाकात की थी।
गणेश गोदियाल, नवप्रभात, भुवन कापड़ी और किशोर उपाध्याय का नाम उन नेताओं में शामिल है, जिन्हें प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नये अध्यक्ष का दावेदार माना जा रहा है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, ‘‘ राहुल गांधी की ओर से की जा रही इस कवायद का मकसद चुनाव तैयारियों की समीक्षा करना और रणनीति बनाना है। उन्होंने सभी नेताओं से उनकी राय जानी है कि आगामी चुनाव में भाजपा को मात देने के लिए कांग्रेस को क्या कदम उठाने चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बहुत जल्द ही प्रदेश अध्यक्ष, विधायक दल के नये नेता औेर कुछ अन्य नियुक्तियों पर फैसला हो सकता है।’’ सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस आलाकमान उत्तराखंड में इस तरह से नियुक्तियां करने की कोशिश में है कि पार्टी में गुटबाजी नहीं हो और गढ़वाल एवं कुमाऊं मंडलों के बीच क्षेत्रीय संतुलन एवं जातीय संतुलन को साधा जा सके। सूत्रों की मानें तो हरीश रावत और प्रीतम सिंह दोनों इस प्रयास में है कि उनके किसी करीबी नेता को उत्तराखंड कांग्रेस की कमान मिले।
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता इंदिरा हृदयेश का हाल ही में निधन हो गया था, जिससे विधायक दल के नेता का पद खाली है। सूत्रों का कहना है कि अगर प्रीतम सिंह को विधायक दल के नेता की कमान सौंपी जाती है तो फिर किसी ब्राह्मण नेता को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
सूत्रों के मुताबिक, उत्तराखंड कांग्रेस के सबसे बड़े चेहरे और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को पार्टी की चुनाव अभियान समिति का प्रमुख बनाए जाने पर विचार चल रहा है। हालांकि, उनके समर्थक उन्हें मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पेश करने की पैरवी कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री के चेहरे के बारे में पूछे जाने पर देवेंद्र यादव ने सोमवार को कहा था, ‘‘मुख्यमंत्री के चेहरे का फैसला उचित समय पर होगा। हम भाजपा की तरह उत्तराखंड को मुख्यमंत्रियों को बदलने की प्रयोगशाला नहीं बनाना चाहते। हम एक ऐसा समाधान पेश करेंगे जिससे राज्य के लिए एक दृष्टिकोण मिले।’’ उत्तराखंड में अगले साल फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित है।