पंजाब: सिद्धू-चन्नी-जाखड़ में आपसी घमासान पर कांग्रेस आलाकमान सख्त, तीनों नेताओं को दिल्ली तलब किया
By विशाल कुमार | Published: December 1, 2021 02:37 PM2021-12-01T14:37:31+5:302021-12-01T14:37:31+5:30
नवजोत सिंह सिद्धू दिल्ली के निकल चुके हैं जबकि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी कैबिनेट की बैठक करने के बाद दिल्ली के लिए रवाना होंगे. वहीं जाखड़ भी जल्द ही दिल्ली के लिए निकलने वाले हैं।
चंडीगढ़:पंजाबकांग्रेस के नेताओं में मचे आपसी घमासान के बीच पार्टी आलाकमान ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, पंजाबकांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ को बुधवार को दिल्ली बुलाया है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सिद्धू दिल्ली के निकल चुके हैं जबकि चन्नी कैबिनेट की बैठक करने के बाद दिल्ली के लिए रवाना होंगे. वहीं जाखड़ भी जल्द ही दिल्ली के लिए निकलने वाले हैं. सूत्रों ने कहा कि तीनों नेता अलग-अलग शीर्ष नेताओं से मिलेंगे और बाद में अगर जरूरत पड़ेगी तो संयुक्त बैठक की जाएगी।
पहले जाखड़ से सुबह 10 बजे तक दिल्ली पहुंचने के लिए कहा गया था लेकिन वह चंडीगढ़ में थे. चन्नी और सिद्धू दोनों को शाम तक दिल्ली पहुंचने के लिए कहा गया है।
यह बैठक इसलिए जरूरी हो गई है क्योंकि जाखड़ ने अपनी ही पार्टी की सरकार पर ट्विटर पर लगातार हमले शुरू कर दिए हैं। वहीं सिद्धू भी खुलेआम सरकार की आलोचना कर रहे हैं। चन्नी ने भी बिना सिद्धू के ही ब्लॉक अध्यक्षों की बैठक बुला ली।
मंगलवार को जाखड़ ने यह कहते हुए सरकार पर तंज कसा की ‘आपके बंदर, आपकी सर्कस’ मैं इस कहावत पर अमल करता हूं, मैंने न किसी को कोई सुझाव दिया है और न ही दूसरे के ‘शो’ में हस्तक्षेप किया है।
सिद्धू अपनी पार्टी की सरकार की आलोचना करते रहे हैं और हाल ही में ड्रग्स पर स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं करने पर भूख हड़ताल पर बैठने की धमकी देकर हंगामा खड़ा कर दिया।
एसटीएफ की रिपोर्ट पूर्व एसटीएफ प्रमुख हरप्रीत सिंह सिद्धू ने सीलबंद लिफाफे में हाईकोर्ट को सौंपी थी। रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई।
सिद्धू ने पीपीसीसी प्रमुख के पद से इस्तीफा देकर सरकार को एपीएस देओल को महाधिवक्ता के रूप में बदलने के लिए भी मजबूर किया है। एपीएस देओल को इस्तीफा देने के लिए कहने के बाद ही उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया।