पंजाब: पिघलने लगी कैप्टन अमरिंदर और सिद्धू के बीच जमी रिश्तों की बर्फ! दोपहर के खाने पर हुई दोनों के बीच लंबी बातचीत
By बलवंत तक्षक | Published: November 26, 2020 07:41 AM2020-11-26T07:41:47+5:302020-11-26T08:03:05+5:30
नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह के बीच तल्ख भरे रिश्तों में नरमी आने के संकेत मिलने लगे हैं. माना जा रहा है कि सिद्धू को जल्द ही एक बार फिर मंत्री बनाया जा सकता है.
चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ दोपहर का खाना खाने के बाद इस तरह के कयास लगाए जाने लगे हैं कि पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की मंत्रिमंडल में वापसी हो सकती है.
इस मुलाकात के बाद दोनों के रिश्तों में जमी बर्फ पिघली है. कैप्टन ने खुद सिद्धू को दोपहर के भोजन पर बुलाया था. इसमें उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की बडी भूमिका मानी जा रही है.
पंजाब कांग्रेस के प्रभारी बनाये जाने के बाद से ही रावत कैप्टन और सिद्धू के बीच बिगडे संबंध सुधारने के लिए एक कडी का काम कर रहे हैं. इस दौरान रावत ने सिद्धू के साथ कई मुलाकात की और उन्हें जल्दी ही पार्टी में बडी भूमिका दिये जाने का भरोसा भी दिलाया.
इसी के बाद सिद्धू फिर से अपने विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय हुए हैं. केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ राहुल गांधी ने पंजाब के मोगा में किसान बचाओ रैली का आयोजन किया था. इस रैली में रावत ही सिद्धू को लेकर आये थे.
इस दौरान सिद्धू ने केंद्र सरकार पर हमले करते हुए कैप्टन से भी कई सवाल पूछे थे, लेकिन मुख्यमंत्री ने किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया था. सिद्धू की पाकिस्तान यात्रा को लेकर उनके मुख्यमंत्री से मतभेद हो गए थे. कैप्टन ने इस मामले में सिद्धू पर निशाना भी साधा था.
लोकसभा चुनावों के दौरान कैप्टन और सिद्धू के बीच बढी तनातनी का ही नतीजा था कि मुख्यमंत्री ने उनके महकमे बदल दिए. अपने नए महकमों का कार्यभार संभालने के बजाए सिद्धू ने मंत्रिमंडल से ही इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद पिछले करीब सवा साल से सिद्धू ने चुप्पी साधी हुई थी