एनसीपी नेता एकनाथ खड़से पर शिकंजा, ईडी अधिकारियों ने मांगे दस्तावेज, जानिए क्या है पूरा मामला

By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 6, 2021 12:39 PM2021-01-06T12:39:59+5:302021-01-06T12:43:31+5:30

महाराष्ट्र में पूर्ववर्ती भाजपा नीत सरकार में वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री रहे एकनाथ खड़से को पुणे के भोसरी औद्योगिक क्षेत्र में सरकारी जमीन की खरीद उनकी पत्नी और दामाद द्वारा किए जाने में पद का दुरुपयोग करने के आरोपों के बाद 2016 में मंत्री पद छोड़ना पड़ा था.

Pune Maharashtra NCP leader Eknath Khadse case ED officials asked for documents  | एनसीपी नेता एकनाथ खड़से पर शिकंजा, ईडी अधिकारियों ने मांगे दस्तावेज, जानिए क्या है पूरा मामला

मुवक्किल अंजलि दमानिया ने 2016 में खड़से के खिलाफ शिकायत दाखिल की थी. (file photo)

Highlightsवकील असीम सरोदे ने कहा कि ईडी अधिकारियों ने कुछ दिन पहले उनसे संपर्क किया था.ईडी ने हाल ही में पूर्व भाजपा नेता खड़से को मामले में पूछताछ के लिए तलब किया था.2018 में पुणे की सत्र अदालत में हस्तक्षेप आवेदन भी दाखिल किया था.

पुणेः राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता एकनाथ खड़से के खिलाफ भोसरी स्थित एक जमीन के मामले में भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता अंजलि दमानिया का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील ने दावा किया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनसे कुछ दस्तावेज मांगे हैं.

ईडी ने हाल ही में पूर्व भाजपा नेता खड़से को मामले में पूछताछ के लिए तलब किया था, लेकिन खराब सेहत और कोरोना वायरस संक्रमण का संदेह जताए जाने के बाद उन्हें पेश होने के लिए और वक्त दिया गया था. शहर के वकील असीम सरोदे ने कहा कि ईडी अधिकारियों ने कुछ दिन पहले उनसे संपर्क किया था.

उन्होंने हमसे मदद मांगी है और भोसरी जमीन सौदे से संबंधित दस्तावेज मांगे हैं, जिसमें मेरी मुवक्किल अंजलि दमानिया ने 2016 में खड़से के खिलाफ शिकायत दाखिल की थी. सरोदे ने बताया कि दमानिया ने महाराष्ट्र पुलिस के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा खड़से को दी गई क्लीन चिट का विरोध करते हुए 2018 में पुणे की सत्र अदालत में हस्तक्षेप आवेदन भी दाखिल किया था.

उन्होंने कहा कि वह ईडी अधिकारियों के परिचय का सत्यापन करने के बाद उन्हें दस्तावेजों की प्रतियां सौंपेंगे.ये दस्तावेज अदालत के पास भी हैं, लेकिन अदालत से दस्तावेज हासिल करने में समय लग सकता है, इसलिए ईडी अधिकारियों ने मुझसे अनुरोध किया.

ईडी के अधिकारी उनके कार्यालय आ सकते हैं. महाराष्ट्र में पूर्ववर्ती भाजपा नीत सरकार में वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री रहे खड़से को पुणे के भोसरी औद्योगिक क्षेत्र में सरकारी जमीन की खरीद उनकी पत्नी और दामाद द्वारा किए जाने में पद का दुरुपयोग करने के आरोपों के बाद 2016 में मंत्री पद छोड़ना पड़ा था.

खड़से बीमार, अब दो हफ्तों  बाद ईडी के सामने होंगे पेश

भाजपा छोड़कर हाल ही में राकांपा में शामिल हुए वरिष्ठ नेता एकनाथ खड़से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष उपस्थित नहीं हुए. डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है. जांच एजेंसी के समक्ष अब वे दो हफ्तों बाद पेश होंगे. ईडी ने उन्हें इसकी अनुमति दे दी है.

खड़से की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि पिछले दो दिनों से वे बुखार, सर्दी और सूखी खांसी से पीड़ित हैं. उन्होंने कोविड टेस्ट कराया है, जिसकी जांच रिपोर्ट आनी बाकी है. उन्होंने कहा कि स्वस्थ होते ही वे ईडी के समक्ष पेश होंगे और जांच में सहयोग देंगे.

ईडी ने खड़से को पुणे जिले स्थित भोसरी एमआईडीसी क्षेत्र में खरीदे गए भूखंड को लेकर नोटिस जारी किया है. उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने प्रभाव का दुरुपयोग कर बाजार भाव से कम दाम पर यह भूखंड खरीदा. हालांकि इस मामले में उन्हें विशेष जांच दल (एसआईटी) की ओर से क्लीन चिट मिल चुकी है

Web Title: Pune Maharashtra NCP leader Eknath Khadse case ED officials asked for documents 

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे