पुलवामा में शहीद हुए जवान का बेटा वेंटिलेटर पर, मां ने देशवासियों से की दुआएं करने की अपील
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 10, 2019 08:44 AM2019-04-10T08:44:27+5:302019-04-10T08:59:29+5:30
बिहार के भागलपुर के गांव रतनपुर के रहने वाले सीआरपीएफ जवान रतन ठाकुर पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हो गए थे। शहीद की पत्नी राजनंदिनी देवी ने बीते 6 अप्रैल को बेटे को जन्म दिया लेकिन उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
जब वह मां की कोख में था तब पिता शहीद हो गए। अब दुनिया में आंख खोली है तो डॉक्टर कह रहे हैं बच पाना 50-50 है। शहीद की पत्नी ने देशवासियों से अपील की है कि उसके नवजात बेटे की लिए दुआएं करें और दादा कहना है कि एक बेटा खो दिया है, दूसरा नहीं खोना चाहते हैं। चाहता हूं कि वह पिता के पदचिन्हों पर आगे बढ़े।
बिहार के भागलपुर के गांव रतनपुर के रहने वाले सीआरपीएफ जवान रतन ठाकुर पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हो गए थे। शहीद की पत्नी राजनंदिनी देवी ने बीते 6 अप्रैल को बेटे को जन्म दिया लेकिन उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक तीन दिन के बच्चे को गंभीर हालत में रांची के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
चिकित्सकों के मुताबिक शहीद की पत्नी ने प्रीमेचर बच्चे को जन्म दिया है। उनका कहना है कि बच्चे का जन्म गर्भधारण के आठवें महीने में हुआ है।
बच्चे की हालत बिगड़ते ही उसे पहले भागलपुर के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन डॉक्टरों ने उसे रांची के रानी चिल्ड्रंस अस्पताल रेफर कर दिया।
हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक डॉक्टर राकेश कुमार ने बताया कि गर्भावस्था के आठवें महीने में पैदा होने के कारण बच्चे में अंतर्गर्भाशयी रक्तस्राव (मस्तिष्क में रक्तस्राव) जैसी जटिलताएं विकसित हुईं। रिपोर्ट के मुताबिक जन्म के बाद बच्चा रोया नहीं था। डॉक्टर राकेश ने बताया, ''बच्चे के बचने को लेकर 50-50 फीसदी की संभावना है। अस्पताल बच्चे के लिए सर्वोत्तम संभव चिकित्सा उपचार सुनिश्चित कर रहा है। उसे वेंटिलेटर पर रखा गया है।''
वहीं, अस्पताल प्रबंधन ने इलाज में लगने वाले खर्च में 50 फीसदी की छूट दी है। हालांकि, अस्पताल प्रबंधक मुकुल घोष ने कहा है कि बोर्ड मीटिंग में पूरा पेमेंट माफ करने पर भी फैसला लिया जा सकता है।
मां राजनंदिनी लगातार डॉक्टरों से गुहार लगा रही हैं। राजनंदिनी ने कहा, ''मैंने उम्मीद नहीं खोई है। मेरे पति के शहीद होने के बाद जिस प्रकार भारतीय प्रार्थना के लिए एकजुट हुअ थे, मैं लोगों से अपील करती हूं कि वे शहीद के बेटे के लिए प्रार्थना करें।''