पुलवामा-2: जिस कार में हुआ था विस्फोट उसके मालिक की हुई पहचान, शोपियां के रहने वाले हिजबुल आतंकी की थी गाड़ी
By पल्लवी कुमारी | Published: May 29, 2020 01:04 PM2020-05-29T13:04:53+5:302020-05-29T13:04:53+5:30
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि आतंकियों की ओर से 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में हुए हमले को दोहराने की साजिश थी, जिसे समय रहते सुरक्षा एजेंसियों ने नाकाम कर दिया। आतंकी 40-45 किलोग्राम विस्फोटक की मदद से सुरक्षाबलों के वाहनों को निशाना बनाने की साजिश में थे।
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षाबलों ने 28 मई को एक कार में मौजूद विस्फोटक का पता लगाकर आईईडी विस्फोट को नाकाम कर दिया था। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जानकारी दी है कि जिस कार में विस्फोटक था उसके मालिक की हिदायतुल्लाह मलिक के तौर पहचान कर ली गई है। हिदायतुल्लाह मलिक शोपियां का निवासी है और पिछले साल हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ था। हिदायतुल्लाह 2019 से हिजबुल मुजाहिद्दीन का सक्रिय आतंकी है।पुलिस के मुताबिक, सेंट्रो कार का मालिक हिदायतुल्लाह मलिक शोपिपां जिले के शरतपोरा गांव का रहने वाला है। उसने जुलाई 2019 में हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ था। तभी से वह कश्मीर में कार बम विस्फोटों को अंजाम देने की साजिशों में जुटा हुआ था।
J&K Police identifies Hidayatullah Malik, owner of the explosives-laden car which was intercepted in #Pulwama. He is a resident of Shopian and joined Hizbul Mujahideen last year: Jammu and Kashmir Police pic.twitter.com/gNvAmok9WA
— ANI (@ANI) May 29, 2020
पुलवामा हमले की तरह जवानों को निशाना बनाने की थी साजिश
पुलिस ने बताया था कि जिस कार में विस्फोट हुआ था, उसमें करीब 45 किलोग्राम विस्फोट रखा हुआ था। कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने जानकारी दी थी कि हिजबुल मुजाहिद्दीन और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) एक साथ मिलकर पिछले साल फरवरी के आत्मघाती हमले की तरह ही सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की साजिश रच रहे थे। पिछले साल हुए आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए थे।
जानिए पुलिस ने कैसे नाकाम किया हमले की साजिश को
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने कहा था, पुलिस को एक सप्ताह से हिजबुल और जैश के आतंकवादियों द्वारा कार बम का इस्तेमाल करते हुए सुरक्षाबलों पर बड़े हमले की साजिश की जानकारी मिल रही थी। जब बुधवार (27 मई) को इस विषय में पर्याप्त जानकारी मिल गई तो हमने और चीजें भी जुटाईं और सुरक्षा बलों ने पुलवामा में नाकेबंदी की।
उन्होंने कहा कि बुधवार शाम में जब एक कार जांच चौकी पर पहुंची तो सुरक्षाबलों ने चेतावनी के लिए कुछ गोलियां चलाई क्योंकि पहले से ही इस कार के संबंध में जानकारी उपलब्ध थी। इसके बाद आतंकवादी कार मोड़कर फरार हो गया। उन्होंने कहा, इसके बाद अन्य जांच चौकी पर भी सुरक्षाबलों ने चेतावनी में गोलियां चलाईं और आतंकवादी अपनी कार छोड़कर अंधेरे का फायदा उठाते हुए वहां से फरार हो गया। सुरक्षाबलों ने कुछ दूरी से ही रोशनी करके वाहन की जांच की और उन्हें कुछ संदिग्ध मिला। इसके बाद घेराबंद कर दी और सुबह होने की प्रतीक्षा करने लगे।
उन्होंने कहा, सुबह में एक बम निरोधक दस्ता घटनास्थल पर पहुंचा और विस्फोटक से भरे हुए वाहन को देखा। पुलिस, सेना और अर्धसैनिक बल सीआरपीएफ ने तकनीकी रूप से आईईडी को निष्क्रिय कर दिया। पुलवामा पुलिस ने सुरक्षाबलों की मदद से एक बड़े हमले को नाकाम कर दिया और मैं इसके लिए सभी सुरक्षबलों को बधाई देता हूं।