पुलवामा हमला: शहीदों की संख्या हुई 49, चार गंभीर रूप से घायल सीआरपीएफ जवानों की अस्पताल में मौत
By सुरेश डुग्गर | Published: February 15, 2019 12:20 PM2019-02-15T12:20:23+5:302019-02-15T12:29:19+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुक्रवार सुबह कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस) ने पुलवामा हमले के बाद जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा के मसले पर बैठक की। भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ पहला एक्शन लेते हुए पाकिस्तान को 1996 में दिया गया मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस लेने की घोषणा की है।
पुलवामा आतंकी हमले में गंभीर रूप से घायल हुए चार सीआरपीएफ जवानों ने शुक्रवार को अस्पताल में दम तोड़ दिया। ये सभी जवान श्रीनगर के 92 बेस अस्पताल बादामीबाग में भर्ती थे।
गुरुवार को हुए इस हमले में शहीद होने वाले सीआरपीएफ जवानों की संख्या बढ़कर 49 हो गयी है।
इस हमले में करीब 40 सीआरपीएफ जवान घायल हैं जिनमें से करीब एक दर्जन की हालत नाजुक है।
पाकिस्ताानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी आदिल अहमद डार ने गुरुवार को सीआरपीएफ के काफिले पर विस्फोटकों भरी कार से हमला कर दिया।
हमले में सीआरपीएफ की एक बस के परखच्चे उड़ गये और तीन अन्य बसें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयीं। कार बम से हमलेके बाद आतंकवादियों ने सीआरपीएफ के काफिले पर गोलीबारी की जिसमें तीन दर्जन से ज्यादा सीआरपीएफ जवान घायल हो गये।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुक्रवार सुबह कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस) ने पुलवामा हमले के बाद जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा के मसले पर बैठक की। भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ पहला एक्शन लेते हुए पाकिस्तान को 1996 में दिया गया मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस लेने की घोषणा की है।
सीसीएस की बैठक के बाद एक सार्वजनिक कार्यक्रम में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी होगी।
पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय सेना को जवाबी कार्रवाई के लिए पूरी आजादी दे दी गयी है।
वहीं एनआईए और एनएसजी की टीम पुलवामा हमले की जाँच में जम्मू-कश्मीर पुलिस की मदद के लिए श्रीनगर रवाना हो चुकी है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीद डोभाल पुलवामा मामले के बाद की घटनाक्रम की करीबी निगरानी कर रहे हैं।
गुरुवार रात को अजीत डोभाल ने पीएम मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह को हालात का जायजा दिया। शुक्रवार को हुई सीसीएस की बैठक में पीएम मोदी के अलावा गृह मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, अजीत डोभाल समेत सीआरपीएफ, आईबी और अन्य खुफिया संस्थाओं के प्रमुख मौजूद थे।