पुलवामा हमला: विरोध प्रदर्शनों के बीच जम्मू में लगाया गया कर्फ्यू, सेना ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने में मांगी प्रशासन की मदद
By सुरेश डुग्गर | Published: February 15, 2019 02:30 PM2019-02-15T14:30:05+5:302019-02-15T14:48:14+5:30
पुलवामा हमले में अभी तक 49 जवान शहीद हो चुके हैं। भारत सरकार ने पाकिस्तान को दिया गया मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस लेने की घोषणा की है। पुलवामा हमले के बाद हो रहे विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर दिल्ली में भी हाई अलर्ट है। सीआरपीएफ की टुकड़ी दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग की सुरक्षा कर रही है।
पुलवामा आंतकी हमले में सीआरपीएफ के 49 जवानों के शहीद होने के बाद हो रहे विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर शुक्रवार को जम्मू के कुछ इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। भारतीय सेना ने कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने में प्रशासन की मदद करने का अनुरोध किया।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार जम्मू के बस स्टैंड, नवाबाद, बख्शी नगर, पीर मीठा, पक्का डांगा, चानी हिम्मत, जानीपुर, दोमाना और बाग-ए-बहू इलाके में कर्फ्यू लगाया गया है।
पुलवामा हमले के बाद कश्मीर घाटी में भारतीय सुरक्षाबलों के काफिलों के आवागमन पर शुक्रवार के लिए रोक लगा दी गयी है।
पुलवामा में गुरुवार को सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाटी कार बम हमले में अभी तक 49 जवान शहीद हो चुके हैं। करीब 40 जवान घायल हैं जिनमें से एक दर्जन की हालत नाजुक बतायी जा रही है।
पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा हमले की जिम्मेदारी ली है। जैश-ए-मोहम्मद ने आदिल अहमद डार नामक आतंकी को इस हमले के लिए जिम्मेदार बताया है।
जैश द्वारा जारी किए गए वीडियो के मुताबिक डार ने सीआरपीएफ का काफिले पर फिदायीन हमला किया था। डार साल 2018 में ही जैश में शामिल हुआ था।
पुलवामा हमले के बाद पूरे देश में पाकिस्तान और आतंकवाद विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं।
पुलवामा हमले के बाद हो रहे विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर दिल्ली में भी हाई अलर्ट है। सीआरपीएफ की टुकड़ी दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग की सुरक्षा कर रही है।
पुलवामा आतंकी हमले को जम्मू-कश्मीर के पिछले कुछ दशकों का सबसे बड़ा आतंकी हमला बताया जा रहा है।
सितंबर 2016 में कश्मीर के उरी में हुए आतंकी हमले में 19 जवान शहीद हुए थे। उरी हमले के बाद भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक करके पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था।
पुलवामा हमले पर भारत की प्रतिक्रिया
पुलवामा हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस) की शुक्रवार को दिल्ली में अहम बैठक हुई।
सीसीएस की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने मीडिया को बताया कि भारत सरकार पाकिस्तान को दिया गया मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस लेगी।
सीसीएस की बैठक के बाद एक सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुए पीएम मोदी ने कहा कि पुलवामा हमले के लिए जिम्मेदार को इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी होगी।
पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय सुरक्षाबलों को जम्मू-कश्मीर में हालात से निपटने के लिए पूरी छूट दे दी गयी है।
(जम्मू से कैमरामैन कुणाल डुग्गर के इनपुट के साथ)