मध्य प्रदेश: थम नहीं रहा BJP के खिलाफ विरोध प्रदर्शन, कहीं हो रहा है पथराव तो कहीं दिखाए जा रहे काले झंडे

By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: September 19, 2018 06:45 PM2018-09-19T18:45:49+5:302018-09-19T18:45:49+5:30

एक्ट के विरोध में प्रदेश में चल रही मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की जनआशीर्वाद यात्रा पर भी कहीं पथराव तो कहीं पर हमले किए जाने की घटनाएं निरंतर जारी है। 

protest continues against BJP in Madhya Pradesh | मध्य प्रदेश: थम नहीं रहा BJP के खिलाफ विरोध प्रदर्शन, कहीं हो रहा है पथराव तो कहीं दिखाए जा रहे काले झंडे

मध्य प्रदेश: थम नहीं रहा BJP के खिलाफ विरोध प्रदर्शन, कहीं हो रहा है पथराव तो कहीं दिखाए जा रहे काले झंडे

राजेंद्र पराशर
भोपाल, 19 सितंबर: एट्रोसिटी एक्ट का विरोध झेल रही बीजेपी को बहुजन समाज पार्टी के वोट बैंक वाले क्षेत्र सतना में ओबीसी सम्मेलन करना महंगा पड़ गया। पिछड़े वर्ग को साधने के चक्कर में बीजेपी ने यहां सवर्ण वर्ग से और भी नाराजगी ले ली, जिसके चलते विरोध करने वालों पर जमकर लाठियां बरसी, मगर विरोध थमा नहीं।  

एक्ट के विरोध में प्रदेश में चल रही मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की जनआशीर्वाद यात्रा पर भी कहीं पथराव तो कहीं पर हमले किए जाने की घटनाएं निरंतर जारी है। 

मध्यप्रदेश में सपाक्स और सवर्ण समाज संगठनों द्वारा एट्रोसिटी एक्ट के विरोध का सर्वाधिक सामना भाजपा को करना पड़ रहा है।  कांग्रेस नेताओं ने भी इस विरोध को झेला, मगर उनके खिलाफ सत्ता में न होने के चलते माहौल अब धीरे-धीरे शांत होता नजर आ रहा है।  

बीजेपी ने एक्ट के विरोध में सवर्ण मतदाता की दूरी को देख ओबीसी वर्ग को साधने का प्रयास किया।  इसके चलते एक सप्ताह पूर्व मुख्यमंत्री निवास पर पदाधिकारियों की हुई बैठक में यह फैसला लिया गया था कि ओबीसी वर्ग के बीच पहुंचकर कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।  

इसके पीछे भाजपा की रणनीति थी कि इस वर्ग को साधने से सवर्ण मतदाताओं के कटने वाले वोट की क्षतिपूर्ति हो जाएगी।  मगर यह भाजपा का यह पासा भी उलट गया। 
सतना में मंगलवार को प्रदेश स्तरीय ओबीसी सम्मेलन आयोजित किया गया, इसमें मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान भी पहुंचे तो एट्रोसिटी एक्ट का विरोध करने वाले भी कम नहीं थे।  वहां पर सम्मेलन और मुख्यमंत्री का विरोध शुरु हो गया।  माहौल कुछ ऐसा बिगड़ा कि पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ी।  इसके बाद भी विरोध करने वाले माने नहीं।  माना जा रहा है कि इस सम्मेलन को लेकर सवर्ण वर्ग के संगठनों का मानना है कि भाजपा पिछड़े और सवर्ण वर्ग के बीच खाई पाट रही है। 

सतना क्षेत्र में बसपा का है खासा प्रभाव
विंध्य के सतना संसदीय क्षेत्र में बहुजन समाज पार्टी का खासा प्रभाव रहा है।  यहां पर बसपा के प्रत्याशी के तौर पर सुखलाल कुशवाह ने कांग्रेस के दिग्गज अर्जुनसिंह और बीजेपी के दिग्गज वीरेन्द्र कुमार सखलेचा को लोकसभा चुनाव में हराकर यह संदेश दिया था कि बसपा के क्षेत्र में बीजेपी और कांग्रेस का दखल नहीं होगा।

अब भी इस संसदीय क्षेत्र में बसपा का अपना वोट बैंक है।  इसके अलावा सतना संसदीय क्षेत्र की विधानसभाओं में पिछड़े वर्ग का मतदाता भी खासा प्रभाव रखता है। इस वजह से बीजेपी ने यहां यह सम्मेलन रखा, मगर भाजपा की रणनीति यह पर उलट गई। 

जनआशीर्वाद यात्रा पर लगातार हो रहे हमले
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की जनआशीर्वाद यात्रा पर प्रदेश के सीधी जिले के चुरहट के बाद लगातार हमले हो रहे हैं।  चुरहट के बाद उज्जैन जिले के महिदपुर और नागदा के बीच पथराव हुआ।  हालांकि यह पथराव यात्रा के काफिले पर हुआ।  

पुलिस के वाहनों पर पथराव होना बताया गया। इसके अलावा रतलाम जिले के तालक्षेत्र में भी यात्रा के दौरान पथराव की घटना हुई थी, जिसमें पुलिस वाहनों पर पत्थर बरसे थे।  पथराव के अलावा दर्जनों स्थानों पर मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाए जाने की घटनाएं हो चुकी है। 

राहुल को क्यों नहीं दिखाए गए काले झंडे
बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल भोपाल प्रवास पर हैं। उन्होंने एट्रोसिटी एक्ट के विरोध में भाजपा के हो रहे विरोध को लेकर चिंता जताई।  पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक में उन्होंने यहां तक कह दिया कि आखिर क्या कारण है कि बीजेपी के मुख्यमंत्री, मंत्री और नेता ही इसके शिकार हो रहे हैं। 

 पिछले दिनों भोपाल आए राहुल गांधी को क्यों नहीं इस तरह काले झंडे दिखाए और विरोध का उन्हें क्यों नहीं सामना करना पड़ा?

 

(राजेंद्र पराशर लोकमत समाचार के संवादाता हैं) 

Web Title: protest continues against BJP in Madhya Pradesh

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