PoK में चीन और पाकिस्तान के खिलाफ सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारी, नदी पर बांध के अवैध निर्माण का किया विरोध
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 7, 2020 01:04 PM2020-07-07T13:04:43+5:302020-07-07T13:13:43+5:30
बता दें कि नीलम-झेलम और कोहाला हाइड्रो पावर परियोजनाओं के अवैध निर्माण के खिलाफ सोमवार को यहां के लोगों ने एक विशाल विरोध रैली आयोजित की गई थी।
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के मुजफ्फराबाद में लोग चीन और पाकिस्तान के खिलाफ सड़क पर उतरें। यहां के लोगों ने नीलम और झेलम नदी पर बन रहे बांध के अवैध निर्माण के खिलाफ आवाज उठाया और जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
बता दें कि नीलम-झेलम और कोहाला हाइड्रो पावर परियोजनाओं के अवैध निर्माण के खिलाफ सोमवार को यहां के लोगों ने एक विशाल विरोध रैली आयोजित की गई थी। प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान और चीन द्वारा बनाए जा रहे बांध की वजह से पड़ने वाले पर्यावरणीय प्रभाव की ओर ध्यान आकर्षित खींचा। इसके अलावा इस मुद्दे पर लोगों का ध्यान खींचने के लिए सोशल मीडिया पर हैशटैग ट्रेंड करने लगा #SaveRiversSaveJK। ताकि वैश्विक मंच पर इस परियोजना की ओर ध्यान आकर्षित किया गया।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पूछा कि विवादित जगह में किस कानून के तहत पाकिस्तान और चीन के बीच नदी को लेकर समझौता हुआ है? उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और चीन नदियों पर कब्जा करके संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के संकल्प का उल्लंघन कर रहे हैं।
वहीं, एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि हमें कोहाला परियोजना की तरफ मार्च करना चाहिए और तब तक प्रदर्शन करना चाहिए जब तक की यह बंद नहीं हो जाता।
वहीं, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में जलविद्युत परियोजना स्थापित करने के लिए चीन की एक कंपनी ने पाकिस्तान के साथ 150 करोड़ अमेरिकी डॉलर के समझौते पर सोमवार को हस्ताक्षर किए। यहां एक समारोह में ''आजाद पत्तन जलविद्युत परियोजना'' के लिए चीन की जेझुबा के साथ समझौते पर हस्ताक्षर के दौरान प्रधानमंत्री इमरान खान भी मौजूद रहे। यह परियोजना पीओके के सुधनोती जिले में झेलम नदी पर है और इसके 2026 में पूरा होने की उम्मीद है। यह परियोजना महत्वाकांक्षी चीन-पाक आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) का हिस्सा है।