प्रियंका गांधी का राजीव और इंदिरा गांधी से है ये खास ब्लड कनेक्शन, लोग बोले यही बनेंगी पीएम
By पल्लवी कुमारी | Published: January 23, 2019 06:09 PM2019-01-23T18:09:57+5:302019-01-23T18:12:17+5:30
लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले बड़ा दांव खेलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा को बुधवार को पार्टी महासचिव नियुक्त किया और उत्तर प्रदेश-पूर्व की जिम्मेदारी सौंपी।
खबर की शीर्षक पढ़कर चौंक गए ना कि आखिर किसी के ब्लड ग्रुप से देश के प्रधानमंत्री बनने का क्या कनेक्शन हो सकता है? लेकिन मीडिया गलियारों में इस बात की चर्चा तेज है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की तुलना में प्रधानमंत्री बनने की संभावना प्रियंका गांधी की ज्यादा लगती है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने 2014 में प्रियंका के ब्लड ग्रुप की दलीलें देते हुए कहा था कि राहुल गांधी( जब कांग्रेस के उपाध्यक्ष) से ज्यादा प्रियंका गांधी के पीएम बनने के आसार ज्यादा लगते हैं।
इंडिया टूडे में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस एक वरिष्ठ नेता ने कहा था- ब्लड ग्रुप किस तरह से राजनीति से संबंध रखता है। वरिष्ठ नेता के मुताबिक, सपा के मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव दोनों ही बी-पॉजिटिव ब्लड ग्रुप के हैं और दोनों ही यूपी के मुख्यमंत्री बने। इसी तरह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा और राजीव गांधी, जिनके ब्लड ग्रुप ओ नेगेटिव है, जो कि काफी कम लोगों में पाया जाता है। दोनों ही देश के प्रधानमंत्री बने।
दादी इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी से मिलता है प्रियंका गांधी का ब्लड ग्रुप
कांग्रेस नेता ने इसी बात का तर्क देते हुए कहा, प्रियंका गांदी अपने पिता राजीव गांधी और दादी इंदिरा गांधी की तरह, ओ-नेगेटिव ब्लड ग्रुप की हैं, जिससे उनके पीएम बनने की संभावनाएं ज्यादा अधिक हैं। जबकि सोनिया गांधी और राहुल गांधी का ब्लड ग्रुप ओ-पॉजिटिव है। जो संभवत उनके पीएम बनने में कठिनाई बन रहे हैं।
गौरतलब है कि 2004 में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए ने लोकसभा के आम चुनावों में जीत हासिल की थी और सोनिया गांधी ने, पूरी पार्टी की पुरजोर मांग के बाद भी प्रधानमंत्री का पद ठुकरा दिया था। इसी के बाद मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री पद की जवाबदारी सौंपी गई थी। हालांकि ब्लड ग्रुप प्रधानमंत्री बनने का कोई पैमाना नहीं है, लेकिन फिर भी कांग्रेसी आशाजनक हैं।
प्रियंका गांधी की राजनीति में औपचारिक एंट्री
लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले बड़ा दांव खेलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा को बुधवार को पार्टी महासचिव नियुक्त किया और उत्तर प्रदेश-पूर्व की जिम्मेदारी सौंपी। इस नियुक्ति के साथ ही प्रियंका का सक्रिय राजनीति में पदार्पण हो गया। उनकी नयी भूमिका पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रियंका गांधी के आने से उत्तर प्रदेश में एक नये तरीके की सोच आएगी और राजनीति में 'सकारात्मक' बदलाव आएगा।
Priyanka Gandhi Vadra appointed Congress General Secretary for Uttar Pradesh East. pic.twitter.com/rkl57AFVzw
— ANI (@ANI) January 23, 2019
पार्टी की ओर से जारी बयान के मुताबिक, प्रियंका साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया को महासचिव-प्रभारी (उत्तर प्रदेश-पश्चिम) बनाया गया है। प्रियंका फरवरी के पहले सप्ताह में कार्यभार संभालेंगी। प्रियंका की राजनीतिक गतिविधि लंबे समय से अपनी मां सोनिया गांधी के निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली और भाई राहुल गांधी के निवार्चन क्षेत्र अमेठी तक ही सीमित थी।
INC COMMUNIQUE
— INC Sandesh (@INCSandesh) January 23, 2019
Appointment of General Secretaries for All India Congress Committee. pic.twitter.com/zHENwt6Ckh
प्रियंका गांधी की निजी जिंदगी से जुड़ी कुछ बातें
- 47 वर्षीय प्रिंयका गांधी का जन्म गांधी परिवार में 12 जनवरी 1972 को हुआ था। प्रियंका ने अपनी पढ़ाई दिल्ली के मॉडर्न स्कूल से की हैं। इसके बाद प्रियंका ने डिग्री दिल्ली यूनिवर्सिटी के जीसस एंड मैरी स्कूल से साइकॉलोजी से ली है। प्रियंका इंदिरा गांधी की पोती हैं। सोनिया गांधी और राजीव गांधी की बेटी हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अपनी बहन हैं। प्रियंका गांधी ने 2010 में बौद्ध अध्ययन में एमए किया है।
- 47 वर्षीय ने प्रियंका गांधी ने 2004 के आम चुनावों के दौरान अपनी मां सोनिया गांधी के अभियान का प्रबंधन किया था और उनके लिए भाषण भी लिखा था।
- प्रियंका गांधी को फोटोग्राफी, कुकिंग, और पढ़ना काफी पसंद है। शायद यही वजह है कि प्रियंका राजीव गांधी फाउंडेशन के बेसमेंट में बच्चों के लिए लाइब्रेरी शुरू की है। जिसका इस्तेमाल रोजाना कई बच्चे करते हैं। प्रियंका राजीव गांधीफाउंडेशन ट्रस्ट को भी संभालती हैं।
-प्रियंका गांधी अब तक सिर्फ यूपी के रायबरेली और अमेठी में ही राजनीतिक गतिविधियों में हिस्सा लेती रही हैं। रायबरेली यानी अपनी मां सोनिया गांधी के लोकसभा क्षेत्र और भाई राहुल गांधी के लोकसभा क्षेत्र अमेठी में वो चुनाव प्रचार करती रही हैं।
-प्रियंका ने 16 साल की उम्र में अपना पहला सार्वजनिक भाषण दिया था। हालांकि, उन्होंने उसके बाद के जीवन के लिए कौशल का प्रदर्शन नहीं किया, क्योंकि वह सक्रिय राजनीति से दूर रहीं।
- प्रियंका अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर काफी चर्चाओं में रही हैं, क्योंकि उनके पति रॉबर्ट वार्डा पर एक केस के चार्ज हैं। बता दें कि प्रियंका अपने पति रॉबर्ट वाड्रा से 13 साल की उम्र में मिली थीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रियंका ने ही रॉबर्ट की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया था।
- प्रियंका और रॉबर्ट वार्ड की शादी 18 फरवरी 1997 में हुई थी। रॉबर्ट वाड्रा मूल निवासी पश्चिमी यूपी के मुरादाबाद के रहने वाले हैं। खबरों के मुताबिक प्रियंका और रॉबर्ट शादी से कुछ साल पहले तक रिलेशनशिप में भी थे। कहा भी जाता है कि दोनों की शादी को लेकर गांधी परिवार में एकमत नहीं था।
- प्रियंका गांधी की शादी बहुत लो-प्रोफाइल की गई थी। जिसमें परिवार की बहुत करीबी मेंबर ही शामिल हुए थे।
- दादी इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राहुल और प्रियंका ने अपनी पढ़ाई घर से ही करनी पड़ी थी, क्योंकि उन्हें 24 घंटे सुरक्षाकर्मियों के अंदर रखा जाता था।