कांग्रेस का प्रत्येक कार्यकर्ता तानाशाह होती जा रही मोदी सरकार के खिलाफ लड़ेगा: प्रियंका
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 16, 2019 06:47 PM2019-12-16T18:47:29+5:302019-12-16T18:47:29+5:30
दो घंटे तक विरोध प्रदर्शन के बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून भारत के संविधान के खिलाफ, यह हमारे संविधान को नष्ट करने के लिए लाया गया है।
विवादित संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे जामिया मिल्लिया इस्लामिया और देश के अन्य विश्वविद्यालयों के छात्रों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व में पार्टी नेता सोमवार को यहां इंडिया गेट पर धरने पर बैठ गए।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि कांग्रेस का प्रत्येक कार्यकर्ता तानाशाह होती जा रही मोदी सरकार के खिलाफ लड़ेगा। दो घंटे तक विरोध प्रदर्शन के बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून भारत के संविधान के खिलाफ, यह हमारे संविधान को नष्ट करने के लिए लाया गया है।
सभी को नागरिकता कानून का विरोध करना चाहिए। छात्रों को आवाज उठाने का अधिकार। यह देश उनका है। गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी महिलाओं, अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी और कल जो छात्रों के खिलाफ कार्रवाई हुई, इन सब पर चुप क्यों हैं।
Priyanka Gandhi Vadra, Congress: Every person in Congress will fight against this tyranny and stand with the students. https://t.co/zThcd2bNHZ
— ANI (@ANI) December 16, 2019
वाड्रा के साथ अहमद पटेल, एके एंटनी, गुलाम नबी आजाद और रणदीप सिंह सुरजेवाला हैं। उनके अलावा सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ता भी थे। इंडिया गेट पर धरने पर बैठने से पहले, वाड्रा ने जामिया के छात्रों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की कार्रवाई का हवाला देकर मोदी सरकार पर हमला बोला और कहा कि देश का माहौल ‘खराब’ हो गया है।
Priyanka Gandhi Vadra, Congress in Delhi: Prime Minister should answer on what happened at the University yesterday, whose government beat up the students? He should speak on the sinking economy. His party MLA raped a girl, why hasn't he spoken on it? pic.twitter.com/rQG84yiMtq
— ANI (@ANI) December 16, 2019
वाड्रा ने कहा, ‘‘ देश का वातावरण खराब है। पुलिस (छात्रों) को पीटने के लिए विश्वविद्यालय में घुस कर पीट रही है। सरकार संविधान से छेड़छाड़ कर रही है। हम संविधान के लिए लड़ेंगे।’’ कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि शाम चार बजे शुरू हुआ धरना दो घंटे का है और यह जामिया मिल्लिया इस्लामिया व अन्य स्थानों के छात्रों के साथ एकजुटता प्रकट करने के लिए किया जा रहा है।
बिना विश्वविद्यालय प्रशासन की इजाजत के पुलिस के जामिया परिसर और उसके पुस्तकालय में घुसकर आंसू गैस के गोले छोड़ने के खिलाफ देशभर के हजारों छात्र सड़कों पर आ गए हैं और घटना की न्यायिक जांच की मांग कर रहे हैं। रविवार को जामिया के पास संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा था जो हिंसक हो गया। इसके बाद पुलिस विश्वविद्यालय परिसर में घुस गई। कांग्रेस और कई विपक्षी पार्टियों ने जामिया के छात्रों के खिलाफ कथित ‘बर्बरता’ की निंदा की और मामले की न्यायिक जांच की मांग की।
आज़ाद ने कहा, ‘‘ जब विश्वविद्यालय प्रशासन ने पुलिस को प्रवेश की इजाजत नहीं दी, तब पुलिस जामिया में कैसे घुस सकती है और ऐसी बर्बरता कर सकती है?’’ कांग्रेस नेताओं आजाद और कपिल सिब्बल, माकपा नेता सीताराम येचुरी, भाकपा नेता डी राजा, राजद के मनोज झा, सपा के जावेद अली खान और शरद यादव ने एक संवाददाता सम्मेलन में जामिया के छात्रों पर रविवार को पुलिस की कार्रवाई की निंदा की। आज़ाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस आरोप का खंडन किया कि हिंसक प्रदर्शनों के पीछे कांग्रेस का हाथ है।
उन्होंने कहा,‘‘ऐसे आरोप लगाना गलत है और हम इसकी निंदा करते हैं।’’ येचुरी ने घटना की उच्चतम न्यायालय के एक न्यायाधीश द्वारा जांच की मांग की। उन्होंने कहा, ‘‘ जामिया परिसर में पुलिस को प्रवेश करने की इजाजत जिस किसी ने भी दी है, उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए और दंडित किया जाना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि यह हिन्दू-मुस्लिम मुद्दा नहीं है और लोगों से अफवाहों के झांसे में नहीं आने को कहा। येचुरी ने आरोप लगाया, ‘‘ हिंसा के पीछे सत्तारूढ़ पार्टी और भारत सरकार है। अगर सरकार यह कानून नहीं लाई होती, तो ऐसी हिंसा भी नहीं होती। इस हिंसा के लिए प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और कैबिनेट जिम्मेदार है।’’ राजा ने कहा कि पुलिस को जामिया में प्रवेश करने की इजाजत जिसने भी दी है, उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
प्रदर्शनों के मद्देनजर दिल्ली मेट्रो के छह स्टेशन बंद
संशोधित नागरिकता कानून को लेकर शहर में विभिन्न स्थानों पर चल रहे प्रदर्शनों के मद्देनजर सोमवार को मध्य दिल्ली के छह मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिये गये हैं। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने पहले जामिया मिल्लिया इस्लामिया, पटेल चौक, केंद्रीय सचिवालय और उद्योग भवन मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बंद करने की घोषणा की थी। डीएमआरसी ने ट्वीट किया, ‘‘लोक कल्याण मार्ग और जनपथ के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिये गये हैं। इन स्टेशनों पर ट्रेनें नहीं रुकेंगी।’’
जामिया और एएमयू के छात्रों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा इंडिया गेट पर धरने पर बैठ गयी हैं तो वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। जेएनयू के छात्र शाम को इंडिया गेट पर जमा होंगे।