PM मोदी ने संगम में लगाई डुबकी, स्वच्छाग्रहियों के धोए पांव, कहा-ये पल जीवनभर रहेगा मेरे साथ
By रामदीप मिश्रा | Published: February 24, 2019 05:43 PM2019-02-24T17:43:58+5:302019-02-24T17:43:58+5:30
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा है कि प्रयागराज में करोड़ों लोग तप, ध्यान और साधना कर रहे हैं। यहां हठ योगी भी है, तपयोगी भी हैं, मंत्रयोगी भी हैं और इन्हीं के बीच मेले की व्यवस्था में लगे मेरे कमर्ठ कर्मयोगी भी हैं। कुम्भ के कर्मयोगियों में साफ सफाई कर रहे स्वच्छाग्रही भी शामिल है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (24 फरवरी) को पहले गोरखपुर में 'प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना' की शुरुआत की और इसके बाद वह सीधे अध्यात्मिक नगरी प्रयागराज पहुंचे, जहां उन्होंने न केवल त्रिवेणी में पुण्य की पांच डुबकियां लगाईं बल्कि भव्य कुंभ में लगे स्वच्छाग्रहियों के पैर धोकर सम्मानित किया। वहीं, बता दें पंडित जवाहर लाल नेहरू के बाद कुंभ में डुबकी लगाने वाले दूसरे पीएम नरेंद्र मोदी हैं।
इस दौरान पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा है कि प्रयागराज में करोड़ों लोग तप, ध्यान और साधना कर रहे हैं। यहां हठ योगी भी है, तपयोगी भी हैं, मंत्रयोगी भी हैं और इन्हीं के बीच मेले की व्यवस्था में लगे मेरे कमर्ठ कर्मयोगी भी हैं। कुम्भ के कर्मयोगियों में साफ सफाई कर रहे स्वच्छाग्रही भी शामिल है। जिन्होंने अपने प्रयासों से कुम्भ के विशाल क्षेत्र में हो रही साफ सफाई को दुनिया में चर्चा का विषय बना दिया हैं।
आगे उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति के जीवन में अनेक ऐसे पल आते हैं, जो अविस्मरणीय होते हैं। आज ऐसा ही एक पल मेरे जीवन में आया है, जिन स्वच्छाग्रहियों के पैर मैंने धोये हैं, वो पल जीवनभर मेरे साथ रहेगा। जिस जगह पर बीते हफ्ते में 20-22 करोड़ से ज्यादा लोग जुटे हों, वहां पर व्यवस्था करना बड़ा मुश्किल था। लेकिन आप सभी ने साबित कर दिया है कि दुनिया में नामुमकिन कुछ भी नहीं है।
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi ने प्रयागराज कुम्भ में स्वच्छाग्रहियों के सम्मान में उनके चरण धोए। pic.twitter.com/x39u8JgyVe
— BJP (@BJP4India) February 24, 2019
पीएम ने बताया कि नमामि-गंगे के लिए अनेक स्वच्छाग्रही तो योगदान दे ही रहे हैं, आर्थिक रूप से भी मदद कर रहे हैं। मैंने भी इसमें छोटा सा योगदान किया है। सियोल पीस प्राइज़ के तौर पर मुझे जो 1.30 करोड़ रुपए की राशि मिली थी, उसको मैंने नमामि-गंगे मिशन के लिए समर्पित कर दिया है।
उन्होंने कहा कि मैं पहले भी प्रयागराज आता रहा हूं, लेकिन गंगा जी की इतनी निर्मलता पहले नहीं देखी है। गंगाजी की ये निर्मलता नमामि-गंगे मिशन की दिशा व सरकार के सार्थक प्रयासों का उदाहरण है। इस अभियान के तहत प्रयागराज में गंगा में गिरने वाले 32 नाले बंद कराए गए हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद से हमेशा अक्षय वट को किले में बंद कर के रखा जाता था लेकिन अब अक्षय वट को सभी के लिए खोल दिया गया है। मुझे बताया गया है कि रोज लाखों लोग अक्षय वट और सरस्वती कूप के दर्शन कर पा रहे हैं। पिछली बार मैं जब यहां आया था तो मैंने कहा था कि इस बार का कुंभ अध्यात्म, आस्था और आधुनिकता की त्रिवेणी बनेगा। आज मुझे खुशी है कि आपने अपनी तपस्या से इसको साकार किया है। तपस्या को तकनीक से जोड़कर जो अद्भुत संगम बनाया गया, उसने भी सभी का ध्यान खींचा है।
उन्होंने कहा कि कुम्भ में उत्तर प्रदेश ने जो भूमिका निभाई है उसकी भी चर्चा काफी हो रही है। आपका खोया-पाया विभाग तो बच्चों, बुजुर्गों को अपनों से मिला देता है। आपने अपने काम गंभीरता से किए हैं। इसलिए सुरक्षा में लगे लोग भी अभिनंदन के अधिकारी हैं। प्रयागराज में जब कुम्भ लगता हैं तो सारा प्रयागराज ही कुम्भ हो जाता हैं। यहां के निवासी भी श्रद्धेय हो जाते है, प्रयागराज को एक खूबसूरत शहर के रूप में विकसित करने में और कुम्भ के सफल आयोजन करने में यहां के निवासियों ने भी पूरे देश को एक प्रेरणा दी है।
इस दौरान पीएम मोदी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद और दिनेश शर्मा, मंत्री सुरेश खन्ना भी मौजूद थे।