पीएम नरेंद्र मोदी का ट्विटर अकाउंट हैक होने की जांच में ट्विटर और गूगल से मांगा जाएगा जवाब
By विशाल कुमार | Published: December 13, 2021 10:22 AM2021-12-13T10:22:16+5:302021-12-13T10:26:29+5:30
ट्विटर से पूछा जाएगा कि जब किसी और ने लॉग इन करने की कोशिश की तो उसके स्वचालित सिस्टम द्वारा अकाउंट से छेड़छाड़ की पहचान क्यों नहीं की गई। वहीं गूगल को बिटकॉइन ट्वीट से जुड़े ब्लॉगस्पॉट खाते का विवरण प्रस्तुत करने के लिए कहा जाएगा।
नई दिल्ली: साइबर सुरक्षा घटनाओं और खतरों की निगरानी के लिए राष्ट्रीय नोडल एजेंसी इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम (सर्ट-इन) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्विटर अकाउंट की हैकिंग की अपनी जांच के तहत ट्विटर और गूगल से संपर्क करेगी।
बता दें कि, रविवार को बेहद कम समय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्विटर अकाउंट हैक हो गया था और इस दौरान उससे एक स्कैम लिंक शेयर हुआ था जो बिटकॉइन को मंजूरी देने का वादा कर रहा था।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने कहा कि ट्विटर से पूछा जाएगा कि जब किसी और ने लॉग इन करने की कोशिश की तो उसके स्वचालित सिस्टम द्वारा अकाउंट से छेड़छाड़ की पहचान क्यों नहीं की गई। वहीं गूगल को बिटकॉइन ट्वीट से जुड़े ब्लॉगस्पॉट खाते का विवरण प्रस्तुत करने के लिए कहा जाएगा।
आईटी मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि जांच का नेतृत्व संयुक्त सचिव स्तर का एक अधिकारी करेगा। उसने कहा कि हम घटना के बारे में ट्विटर और गूगल से घटना के बारे में पूछेंगे। उम्मीद है कि सर्ट-इन जल्द ही अपनी जांच रिपोर्ट इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को सौंप देगा
इससे पहले ट्विटर ने कहा था कि हमारी अब तक की जांच के अनुसार, ऐसा प्रतीत होता है कि ट्विटर के सिस्टम के किसी भी उल्लंघन के कारण खाते से छेड़छाड़ नहीं की गई थी।
सवालों के जवाब में कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि हमारे पास पीएम कार्यालय के साथ संचार की 24×7 खुली लाइनें हैं और हमारी टीमों ने इस गतिविधि के बारे में पता चलते ही समझौता किए गए खाते को सुरक्षित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए। हमारी जांच से पता चला है कि इस समय किसी अन्य प्रभावित खाते के कोई संकेत नहीं मिले हैं।
रविवार तड़के 2.11 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निजी अकाउंट से ट्वीट किया गया था कि भारत ने आधिकारिक तौर पर बिटकॉइन को कानूनी टेंडर के रूप में स्वीकार कर लिया है। सरकार ने आधिकारिक तौर पर 500 बीटीसी खरीदे हैं और उन्हें देश के सभी निवासियों को बांट रहे हैं।
हालांकि, इसके एक घंटे बाद रविवार तड़के 3.18 बजे प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर बताया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्विटर हैंडल की सुरक्षा के साथ बेहद ही कम समय के लिए समझौता हो गया था. मामले को तत्काल ही ट्विटर के साथ उठाया गया और अकाउंट को सुरक्षित किया गया। सुरक्षा से समझौता होने के बेहद ही कम समय में शेयर किए गए किसी भी ट्वीट को नजरअंदाज किया जाए।
इससे पहले सितंबर 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निजी वेबसाइट और मोबाइल एप से जुड़े ट्विटर अकाउंट को किसी अज्ञात समूह ने हैक कर लिया था।