पीएम मोदी ने 296 किमी लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की आधारशिला रखी, दिल्ली से जोड़ेगा, जानिए खासियत और लागत

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 29, 2020 02:58 PM2020-02-29T14:58:16+5:302020-02-29T14:58:16+5:30

उत्तर प्रदेश सरकार बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का निर्माण कर रही है, जो चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर और जालौन जिलों से गुजरेगा। यह एक्सप्रेस-वे बुंदेलखंड क्षेत्र को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे और यमुना एक्सप्रेस-वे के रास्ते से जोड़ेगा।

Prime Minister Narendra Modi lays foundation stone of 296-km-long Bundelkhand Expressway in Chitrakoot | पीएम मोदी ने 296 किमी लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की आधारशिला रखी, दिल्ली से जोड़ेगा, जानिए खासियत और लागत

एक्सप्रेस-वे बुंदेलखंड क्षेत्र को सड़क मार्ग के जरिए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से जोड़ेगा।

Highlightsबुंदेलखंड क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर सरकार 14849.09 करोड़ रुपये खर्च करेगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को चित्रकूट में करीब 15 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की बटन दबाकर आधारशिला रखी।

एक्सप्रेस-वे फरवरी, 2018 में सरकार द्वारा घोषित उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे की सहमति के बिंदुओं को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देगा। उत्तर प्रदेश सरकार बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का निर्माण कर रही है, जो चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर और जालौन जिलों से गुजरेगा। यह एक्सप्रेस-वे बुंदेलखंड क्षेत्र को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे और यमुना एक्सप्रेस-वे के रास्ते से जोड़ेगा।

इसके साथ ही यह बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस 296 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे से चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, ओरैया और इटावा को लाभ मिलेगा। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर सरकार 14849.09 करोड़ रुपये खर्च करेगी।

यह एक्सप्रेस-वे बुंदेलखंड क्षेत्र को सड़क मार्ग के जरिए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से जोड़ेगा। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के लिए 95.46 प्रतिशत भूमि का क्रय और अधिग्रहण किया जा चुका है। इसका निर्माण कार्य शुरू होने से लगभग 60 हजार लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।

भारत को भूमि प्रणाली, जहाज और पनडुब्बियों से लेकर लड़ाकू विमानों, हेलीकॉप्टरों, हथियारों और सेंसरों जैसे रक्षा उपकरणों की भारी जरूरत है। यह आवश्यकता 2025 तक 250 अरब डॉलर की होगी। इस आवश्यकता को पूरा करने के लिए सरकार ने लखनऊ में निवेशकों के शिखर सम्मेलन के दौरान 21 फरवरी, 2018 को उत्तर प्रदेश में रक्षा औद्योगिक गलियारा स्थापित करने की घोषणा की थी।

केन्द्र सरकार ने आरंभ में छह क्लस्टरों की पहचान करते हुए गलियारा स्थापित किया है। ये हैं- लखनऊ, झांसी, चित्रकूट, अलीगढ़, कानपुर, आगरा, जिनमें से बुंदेलखंड क्षेत्र – झांसी और चित्रकूट में दो क्लस्टर तैयार किए जा रहे हैं। सबसे बड़ा क्लस्टर झांसी में तैयार किया जाएगा। 

चित्रकूट में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: चित्रकूट सिर्फ एक स्थान नहीं है बल्कि भारत के पुरातन समाज जीवन की संकल्प स्थली और तप स्थली है। इस धरती ने भारतीयों में मर्यादा के नए संस्कार गढ़े हैं। यहां से भारतीय समाज को नए आदर्श मिले हैं। pic.twitter.com/bZprkJFRFZ

— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 29, 2020

 

Web Title: Prime Minister Narendra Modi lays foundation stone of 296-km-long Bundelkhand Expressway in Chitrakoot

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे