आईआईटी छात्रों से बोले पीएम मोदी, कोरोना के बाद तकनीक की बड़ी भूमिका, गुणवत्ता पर फोकस, भरोसा जीतें
By एसके गुप्ता | Published: November 7, 2020 04:26 PM2020-11-07T16:26:49+5:302020-11-07T16:28:28+5:30
पीएम मोदी ने छात्रों से कहा कि ग्लोबलाइजेशन महत्वपूर्ण है। लेकिन इसके साथ्ज्ञ आत्मनिर्भरता भी उतनी ही जरूरी है। भारत आज अपने युवाओं को ईज ऑफ डुईंग बिजनेस देने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि ये युवा अपने नवाचार से करोड़ों देशवासियों के जीवन में परिवर्तन ला सकें।
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली के 51 वें दीक्षांत समारोह में कहा कि कोरोना के बाद हर चुनौती से निपटने में तकनीक की भूमिका बड़ी होगी।
स्टार्टअप से लेकर इंक्यूबेशन के क्षेत्र में नए अवसरों को बढ़ावा दिया जा रहा है। मोदी ने छात्रों से कहा कि देश हर क्षेत्र की अधिकतम संभावनाओं को हासिल करने के लिए नए तरीकों से काम कर रहा है। आप यहां से जाकर नई जगह पर काम करेंगे तो आपको भी एक नए मंत्र को लेकर काम करना होगा। हमेशा गुणवत्ता पर फोकस करना, कभी कॉम्प्रोमाइज मत करना। भरोसे को सुनिश्चित करें और बाजार में लंबे वक्त के लिए भरोसा जीतें। उन्होंने कहा कि छात्रों का मकसद समाज की भलाई के लिए होना चाहिए।
पीएम मोदी ने छात्रों से कहा कि ग्लोबलाइजेशन महत्वपूर्ण है। लेकिन इसके साथ्ज्ञ आत्मनिर्भरता भी उतनी ही जरूरी है। भारत आज अपने युवाओं को ईज ऑफ डुईंग बिजनेस देने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि ये युवा अपने नवाचार से करोड़ों देशवासियों के जीवन में परिवर्तन ला सकें। देश आपको ईज ऑफ डुईंग बिजनेस देगा, बस आप देशवासियों के लिए जीवन आसान बनाने को लेकर काम कीजिए।
पहली बार एग्रीकल्चर सेक्टर में नवाचार और नए स्टार्टअप के लिए अतीन संभावनाएं बनी हैं। पहली बार स्पेस सेक्टर में निजी निवेश के रास्ते खुले हैं। दो दिन पहले ही बीपीओ सेक्टर ईज ऑफ डुईंग बिजनेस के लिए भी एक बड़ा रिफॉर्म किया गा है। ऐसे प्रावधान जो टेक इंडस्ट्री को वर्क फ्रॉम होम या फिर वर्क फ्रॉम एनीवियर जैसी सुविधाओं से रोकते थे, उनको भी हटा दिया गया है।
इससे देश का आईटी सेक्टर ग्लोबली और कंपिटेटिव बनेगा और आप जैसे यंग टैलेंट को ज्यादा मौके मिलेंगे। दीक्षांत समारोह में पीएम मोदी के साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे भी मौजूद थे।
Today, India is committed to provide its youngsters the 'Ease of Doing Business' so that they can bring a change in the lives of crores of Indians through innovations: Prime Minister Narendra Modi at the 51st Annual Convocation of IIT (Indian Institutes of Technology) pic.twitter.com/Sm3O155gzJ
— ANI (@ANI) November 7, 2020
पीएम मोदी ने कहा कि यहां से पहले मुझे आईआईटी मद्रास, आईआईटी बॉम्बे और आईआईटी गुवाहाटी के दीक्षांत समारोह को भी संबोधित करने का अवसर मिला था। इन सभी जगहों पर मुझे ये समानता दिखी कि हर जगह कुछ न कुछ इनोवेट हो रहा है। कोविड-19 ने दुनिया को एक बात और सिखा दी है।
आत्मनिर्भर भारत अभियान की सफलता के लिए ये बहुत बड़ी ताकत है। सरकार की ओर से 10 हजार करोड रुपए इंक्यूबेशन क्षेत्र में ढांचागत सुविधाएं उपलब्ध कराने पर खर्च किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी की ज़रूरत और इसके प्रति भारतीयों में आस्था, यही आपके भविष्य को रोशनी दिखाती है। पूरे देश में आपके लिए अपार संभावनाएं हैं, अपार चुनौतियां हैं जिसका समाधान आप ही दे सकते हैं।