राष्ट्रपति चुनावः खड़गे, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, नीतीश और पटनायक से राजनाथ सिंह ने की बात, जानें पूरा मामला
By सतीश कुमार सिंह | Published: June 15, 2022 06:37 PM2022-06-15T18:37:45+5:302022-06-15T20:14:35+5:30
Presidential Election 2022: राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया आज बुधवार से ही प्रारंभ हुई है। बैठक के बाद द्रमुक नेता टी आर बालू ने कहा, ‘सभी दलों के नेताओं ने शरद पवार से आग्रह किया कि वह राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ें लेकिन ठुकरा दिया।’
Presidential Election 2022: राष्ट्रपति चुनाव पर भाजपा नेता राजनाथ सिंह ने मल्लिकार्जुन खड़गे, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, बीजद के नवीन पटनायक, जदयू के नीतीश कुमार, राकांपा प्रमुख शरद पवार और बसपा प्रमुख मायावती से बात की।
इससे पहले राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के खिलाफ संयुक्त उम्मीदवार उतारने पर आम सहमति बनाने के लिए सीएम ममता बनर्जी द्वारा बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक में करीब 17 राजनीतिक दलों के नेता शरीक हुए।
BJP leader Rajnath Singh has spoken to NDA ally JD(U) on Presidential candidate consensus. Singh has also spoken to Naveen Patnaik from BJD: Sources
— ANI (@ANI) June 15, 2022
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी द्वारा संयुक्त विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर सहमति बनाने के लिए राजधानी दिल्ली में बुधवार को बुलाई गई बैठक में बीजू जनता दल (बीजद), तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और आम आदमी पार्टी (आप) जैसे प्रमुख क्षेत्रीय दलों की अनुपस्थिति से सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राहत की सांस ली है।
भाजपा नेताओं का मानना है कि इन दलों की अनुपस्थिति ने विपक्षी खेमे की खामियों और दूसरों पर हावी होने की उनकी आदत को रेखांकित किया है। ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व वाले बीजद ने कई मुद्दों पर विपक्षी खेमे से दूरी बनाते हुए भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का साथ दिया है।
Defence Minister & BJP leader Rajnath Singh spoke to opposition leaders Mamata Banerjee, Mallikarjun Kharge & Akhilesh Yadav to know their views on candidates for Presidential poll before the Opposition leaders' meeting today: Sources
— ANI (@ANI) June 15, 2022
विपक्षी दलों की बैठक से आप और टीआरएस की गैरमौजूदगी अहम है क्योंकि दोनों ही दल भाजपा के प्रखर आलोचक रहे हैं और पूर्व में कई अवसरों पर उन्होंने केंद्र की सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ विपक्षी एकजुटता की वकालत की है। राष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचक मंडल में सत्तारूढ़ राजग के पास लगभग 48 प्रतिशत वोट हैं।
भाजपा को बीजद ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) और युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) जैसे दलों का समर्थन मिलने की उम्मीद है। ऐसा होता है तो उसके उम्मीदवार के राष्ट्रपति चुनाव में जीत सुनिश्चित हो सकती है।
वाईएसआर कांग्रेस आंध्र प्रदेश में सत्ता में है और संसद में उसके सदस्यों की संख्या भी अच्छी खासी है। बीजद की तरह वाईएसआर कांग्रेस ने भी विपक्षी खेमे की बैठक से दूरी बनाई है और संसद और उसके बाहर कई मुद्दों पर उसने केंद्र सरकार का समर्थन किया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी द्वारा बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक में बुधवार को कई दलों के नेताओं ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार को संयुक्त विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने का अनुरोध किया लेकिन उन्होंने एक बार फिर इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया।
कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और वाम दलों के नेता इस बैठक में शरीक हुए। शिवसेना, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भाकपा-एमएल, नेशनल कांफ्रेंस(नेकां), पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडपी) जद(से), आरएसपी, आईयूएएमएल, राष्ट्रीय लोकदल और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता भी बैठक में शरीक हुए।