महिला संगठन का अनुरोध, प्रधान न्यायाधीश के खिलाफ लगे आरोप का संज्ञान लें राष्ट्रपति
By भाषा | Published: April 23, 2019 04:55 AM2019-04-23T04:55:55+5:302019-04-23T04:55:55+5:30
संगठन ने कहा कि राष्ट्रपति को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों के पदानुक्रम में दूसरे वरिष्ठ न्यायाधीश को शिकायतकर्ता द्वारा बताए गए समूचे प्रकरण का संज्ञान लेने और निष्पक्ष तथा निर्धारित समय के भीतर जांच के निर्देश देने चाहिए।
प्रगतिशील महिला संगठन ने सोमवार को कहा कि देश के प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के खिलाफ उच्चतम न्यायालय की एक पूर्व कर्मचारी द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों का राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द को खुद ही संज्ञान लेना चाहिए । दिल्ली के प्रगतिशील महिला संगठन ने शीर्ष अदालत परिसर के सामने विरोध प्रदर्शन किया।
संगठन ने कहा कि राष्ट्रपति को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों के पदानुक्रम में दूसरे वरिष्ठ न्यायाधीश को शिकायतकर्ता द्वारा बताए गए समूचे प्रकरण का संज्ञान लेने और निष्पक्ष तथा निर्धारित समय के भीतर जांच के निर्देश देने चाहिए।
एक बयान में संगठन ने कहा, ‘‘एक देश के नाते हमें शिकायतकर्ता और उनके परिवार के सदस्यों के जीवन की सुरक्षा और आजादी की रक्षा के लिए खड़ा होना चाहिए।’’ संगठन ने बार काउन्सिल ऑफ इंडिया की भी आलोचना करते हुए कहा कि शिकायतकर्ता को सुने बिना या बिना जांच के शीर्ष बार निकाय ने घोषित कर दिया कि आरोप ‘‘फर्जी और मनगढंत’’ है।