बनारस से लौटने के बाद राष्ट्रपति कोविंद से मिलने गए प्रधानमंत्री मोदी, कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 15, 2021 09:55 PM2021-07-15T21:55:07+5:302021-07-15T22:02:19+5:30
प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी नगरी पूर्वांचल का बहुत बड़ा ‘‘मेडिकल हब’’ है और जिन बीमारियों के इलाज के लिए कभी दिल्ली और मुंबई जाना पड़ता था, उनका इलाज आज काशी में भी उपलब्ध है।
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की और विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर उनसे चर्चा की। राष्ट्रपति भवन ने एक ट्वीट कर यह जानकारी दी।
राष्ट्रपति भवन की ओर से किए गए ट्वीट में कहा गया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की और उन्हें महत्वपूर्ण मुद्दों से अवगत कराया।’’ पिछले दिनों केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल और विस्तार के बाद प्रधानमंत्री की राष्ट्रपति से यह मुलाकात हुई है। इससे पहले, प्रधानमंत्री ने आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा किया था और वहां 1500 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
Prime Minister Shri @narendramodi called on President Kovind at Rashtrapati Bhavan and briefed him on important issues. pic.twitter.com/hOXQuK0BW9
— President of India (@rashtrapatibhvn) July 15, 2021
पीएम मोदी ने राज्य सरकार की जमकर सराहना की
कोविड-19 के खिलाफ उत्तर प्रदेश की लड़ाई को ‘‘अभूतपूर्व’’ करार देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को राज्य सरकार की जमकर सराहना की और कहा कि कोरोना वायरस के खतरनाक स्वरूप ने पूरी ताकत के साथ हमला किया था, लेकिन प्रदेश ने पूरे सामर्थ्य के साथ इतने बड़े संकट का मुकाबला किया।
अपने संसदीय क्षेत्र में 1500 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश में कानून का राज स्थापित करने के साथ ही विकासोन्मुखी योजनाओं को अमली जामा पहनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भूरि-भूरि प्रशंसा की और कहा कि उनके नेतृत्व में राज्य एक ‘‘आधुनिक प्रदेश’’ बनने की दिशा में तेज गति से आगे बढ़ रहा है।
महामारी के खिलाफ काशी क्षेत्र में किए गए प्रयासों की भी जमकर सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि आज दुनिया के अनेक बड़े-बड़े निवेशक ‘‘आत्मनिर्भर भारत’’ के ‘‘महायज्ञ’’ से जुड़ रहे हैं और इसमें भी उत्तर प्रदेश देश अग्रणी निवेश केंद्र के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मुश्किल समय में भी काशी ने दिखा दिया है कि वह रुकती नहीं है और वह थकती भी नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीने पूरी मानव जाति के लिए बहुत मुश्किल भरे रहे हैं और इस दौरान कोरोना वायरस के बदलते हुए और खतरनाक रूप ने पूरी ताकत के साथ हमला किया। मोदी ने कहा, ‘‘लेकिन काशी सहित अपने उत्तर प्रदेश ने पूरे सामर्थ्य के साथ इतने बड़े संकट का मुकाबला किया। देश का सबसे बड़ा प्रदेश, जिसकी आबादी दुनिया के दर्जनों बड़े-बड़े देशों से भी ज्यादा होगी, वहां कोरोना की दूसरी लहर को जिस तरह संभाला गया, उत्तर प्रदेश में जिस प्रकार कोरोना को फैलने से रोका, वह अभूतपूर्व है।’’
प्रधानमंत्री ने पूर्ववर्ती सरकारों के दौरान फैलने वाले दिमागी बुखार व इन्सेफेलाइटिस जैसी बीमारियों का उल्लेख करते हुए लोगों को याद दिलाया कि ‘‘वरना उत्तर प्रदेश के लोगों ने वह दौर भी देखा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पहले के दौर में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी और इच्छाशक्ति के अभाव में छोटे-छोटे संकट भी उत्तर प्रदेश में विकराल हो जाते थे। यह तो 100 साल में पूरी दुनिया पर आई सबसे बड़ी महामारी है। इसलिए कोरोना से निपटने में उत्तर प्रदेश के प्रयास उल्लेखनीय हैं।’’
कोरोना के खिलाफ काशी प्रशासन के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने दिन-रात कड़ी मेहनत कर यहां स्वास्थ्य व्यवस्थाएं खड़ी कीं। उन्होंने कहा, ‘‘कठिन समय था, लेकिन आपने प्रयासों में कोई कमी नहीं छोड़ी। आप सभी के ऐसे ही कार्यों का नतीजा है कि आज उत्तर प्रदेश कोरोना की सबसे ज्यादा जांच करने वाला राज्य है। आज उत्तर प्रदेश पूरे देश में सबसे ज्यादा टीकाकरण करने वाला राज्य है। सबको टीका और मुफ्त टीका अभियान के माध्यम से गरीब, मध्यमवर्ग, किसान, नौजवान सभी को सरकार द्वारा मुफ्त टीका लगाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश के गांवों में स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना हो या राज्य में अस्पतालों का निर्माण, राज्य में चिकित्सा संसाधनों में अभूतपूर्व सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘चार साल पहले तक जहां उत्तर प्रदेश में केवल दर्जनभर मेडिकल कॉलेज हुआ करते थे, उनकी संख्या आज करीब करीब चार गुना हो चुकी है। बहुत सारे चिकित्सा कॉलेजों का निर्माण अपने अलग-अलग चरणों में है। अभी उत्तर प्रदेश में करीब 550 से अधिक ऑक्सीजन संयंत्र बनाने का काम भी तेजी से चल रहा है।’’