महात्मा गांधी की 70वीं पुण्यतिथि: PM मोदी समेत इन दिग्गजों ने बापू को दी श्रद्धांजलि
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: January 30, 2018 11:52 AM2018-01-30T11:52:34+5:302018-01-30T14:18:47+5:30
महात्मा गांधी की आज 70वीं पुण्यतिथि है। ऐसे में पूरा देश बापू को याद कर रहा है। राष्ट्रपति और पीएम मोदी ने उन्हें राजघाट जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
महात्मा गांधी की आज 70वीं पुण्यतिथि है। ऐसे में पूरा देश बापू को याद कर रहा है। राष्ट्रपति और पीएम मोदी ने उन्हें राजघाट जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इनके अलावा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, अध्यक्ष राहुल गांधी, उपराष्ट्रपति वैकेंया नायडू ने भी बापू को श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक ट्वीट करते हुए लिखा, हम उन सभी शहीदों के नमन करते हैं जिन्होंने हमारे देश की सेवा में खुद को बलिदान किया है। हम देश के प्रति उनके साहस और समर्पण को हमेशा याद रखेंगे।
President Ram Nath Kovind paid tribute to #MahatmaGandhi at Rajghat on his 70th death anniversary. pic.twitter.com/SU6ot0A6Ub
— ANI (@ANI) 30 January 2018
Prime Minister Narendra Modi paid tribute to #MahatmaGandhi at Rajghat on his 70th death anniversary. Defence Minister Nirmala Sitharaman, General Bipin Rawat, Navy chief Admiral Sunil Lanba & Air Chief Marshal Birender Singh Dhanoa also present. pic.twitter.com/2rmw4E6Gm7
— ANI (@ANI) 30 January 2018
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजघाट पर जाकर महात्मा गांधी की 70वीं पुण्यतिथि पर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की। मोदी समेत सभी नेता राजघाट पर बापू को याद करने के लिए कुछ समय के लिए बैठे भी।
Former Prime Minister Manmohan Singh paid tribute to #MahatmaGandhi at Rajghat on his 70th death anniversary #MartysDaypic.twitter.com/EfOYlbaviW
— ANI (@ANI) 30 January 2018
Prayers being sung at Rajghat on #MahatmaGandhi's death anniversary. pic.twitter.com/mk1XXgE3do
— ANI (@ANI) 30 January 2018
बापू की 30जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे ने कर दी थी शाम को जब दिल्ली के बिड़ला हाउस में प्रार्थना सभा के लिए जाते हुए गांधी को नाथूराम गोडसे ने गोली मार दी। हत्या के बाद गोडसे को गिरफ्तार कर मुकदमा चलाया गया जिसमें 8 नवंबर 1949 को उनका परीक्षण पंजाब उच्च न्यायालय, शिमला में किया गया था और फिर 15 नवंबर 1949 को नाथूराम गोडसे को अंबाला जेल में फांसी दे दी गई थी।