PM मोदी-अमित शाह को गुरुदक्षिणा देने की तैयारी, महाराष्ट्र में हर घर तक पहुंचने का कार्यक्रम चलाएंगे जेपी नड्डा
By संतोष ठाकुर | Published: January 21, 2020 08:13 AM2020-01-21T08:13:35+5:302020-01-21T08:17:27+5:30
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता जगत प्रकाश नड्डा सोमवार को निर्विरोध पार्टी के नए अध्यक्ष चुने गए. भाजपा के संगठनात्मक चुनाव के प्रभारी राधामोहन सिंह ने नड्डा के निर्वाचन की घोषणा की.इससे पहले तक नड्डा कार्यकारी अध्यक्ष की भूमिका निभा रहे थे.
भाजपा का अध्यक्ष बनने के बाद हालांकि जेपी नड्डा के सामने दिल्ली का किला जीतने के साथ ही पश्चिम बंगाल में फतह का महादबाव होगा लेकिन उनके लिए महाराष्ट्र भी एक अग्नि परीक्षा होगी. यहां पर उनके सामने प्रधानमंत्ती नरेंद्र मोदी और भाजपा के पूर्व अध्यक्ष व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को गुरुदक्षिणा के रूप में राज्य में भाजपा की वापसी का उपहार देने का भी दबाव लगातार बना रहेगा.
यह राज्य इसलिए भी उनके लिए जरूरी होगा क्योंकि यह भाजपा की प्रतिष्ठा की लड़ाई वाला ऐसा राज्य है, जहां पर ताज हासिल करना भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के लिए एक आत्मसम्मान से भी जुड़ा हुआ है. भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी के मुताबिक नड्डा महाराष्ट्र में हर घर पर दस्तक देने का सघन कार्यक्र म शुरू कर सकते हैं. हालांकि इससे पहले वह राज्य में गुटबाजी और नाराज नेताओं को एक साथ लाने के लिए राज्य इकाई से बात करेंगे.
भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि भाजपा का कार्यवाहक अध्यक्ष रहते हुए ही जेपी नड्डा ने महाराष्ट्र में अपने आगामी कायार्े को लेकर एक रूपरेखा बनानी शुरू कर दी थी. वह जानते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह के लिए यह राज्य प्रतिष्ठा का प्रश्न रहा है.
पदाधिकारी ने कहा कि जेपी नड्डा की खासियत यह है कि वह सभी को एक साथ एक ही समय में खुश रख सकते हैं. उनकी ओर से यह प्रयास शुरू भी कर दिए गए हैं कि वह पंकजा मुंडे और एकनाथ खड़से जैसे नेताओं को बातचीत के लिए आगे लाएं. साथ ही राज्य की समस्त गुटबाजी के साथ ही यह आकलन भी मंगाया जाने वाला है कि शिवसेना—कांग्रेस—राष्ट्रवादी कांग्रेस बनने के बाद राज्य में कहां पर भाजपा कमजोर हुई है और कहां पर इसकी ताकत बनी हुई है.
उसके आधार पर वह आगे की रणनीति तय करेंगे. बॉक्स: असमंजस की स्थिति में फंसे रहे राधामोहन सिंह भाजपा अध्यक्ष के निर्वाचन के लिए चुने गए निर्वाचन अधिकारी राधामोहन सिंह उस समय असहज होते दिखे जब नामांकन के लिए जेपी नड्डा पहुंचे और उनके साथ भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्रियों के साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, नितिन गडकरी और राजनाथ सिंह भी पहुंचे.
ये तीनों पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं और इनके नेतृत्व में वह काम भी कर चुके हैं. ऐसे में निर्वाचन अधिकारी की हैसियत से वे खड़े होकर स्वागत करने को लेकर असमंजस में फंस गए. संभवत: उनके मन के भावों को समझते हुए ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संकेतों में उन्हें यह कह दिया कि वह अपने पद की गरिमा को बनाए रखें.