धारावी की तर्ज पर दिल्ली में कोरोना से निपटने की तैयारी, CM केजरीवाल की दो टूक-20 हजार लोगों का किया जाएगा सिरोलॉजिकल सर्वे
By एसके गुप्ता | Published: June 29, 2020 08:44 PM2020-06-29T20:44:42+5:302020-06-29T20:44:42+5:30
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना बचाव के लिए पांच स्तर पर काम करना सुनिश्चित किया है। इनमें अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाना, टेस्टिंग और आइसोलेशन पर काम, ऑक्सीजन और ऑक्सीमीटर उपलब्ध कराना, प्लाजमा थेरेपी के अलावा सर्वे और स्क्रीनिंग शामिल है।
नई दिल्ली: धारावी को कोरोना विस्फोट से बचाने के लिए जिस कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग और टेस्टिंग फार्मूले का इस्तेमाल स्थानीय डॉक्टर्स की मदद से किया गया। उसी फार्मूले पर दिल्ली के कंटेनमेंट जोन में कोरोना संक्रमण से जंग की तैयारी की जा रही है। मुख्यमंत्री अरिवंद केजरीवाल ने दो टूक कहा है कि दिल्ली के 11 जिलों में 20 हजार लोगों का सिरोलॉजिकल सर्वे किया जाएगा। जिस तरह धारावी में क्लीनिक चलाने वाले चिकित्सकों को कोरोना अभियान में जोड़ा गया था उसी तर्ज पर दिल्ली सरकार ने निजी अस्पतालों को अभियान में शामिल किया है। दिल्ली के एम्स, आरएमएल, एलएनजेपी सहित कई अस्पतालों में चिकित्सक बड़ी तादात में संक्रमित हैं।
नीति आयोग के सदस्य और कोविड इम्पावर्ड समूह के चेयरमैन डा. वीके पॉल ने भी दिल्ली उपराज्यपाल अनिल बैजल को यह सलाह दी है कि कंटेनमेंट जोन में ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग होनी चाहिए। जिस तरह कर्नाटक राज्य ने हर जिले में 250 लोगों की जगह हजारों लोगों का सिरोलॉजिकल सर्वे कर कोरोना ट्रेसिंग की और उसको नियंत्रित करने में सफलता पाई और उसी तर्ज पर टेस्टिंग कर धारावी में कोरोना नियंत्रित हो सका। वैसा ही दिल्ली में करना जरूरी है। जिसके बाद कंटेनमेंट जोन में एंटीजन किट से टेस्टिंग बढ़ाई गई है।
जहां दिल्ली में एक दिन में तीन से साढ़े तीन हजार टेस्ट हो रहे थे, अब एंटीजन किट आने से एक दिन में 20 हजार टेस्ट हो रहे हैं। जिससे दिल्ली में बेशक कोरोना रोगियों की संख्या में इजाफा हो रहा है। हालांकि अच्छी बात यह है कि लगातार कई दिनों से साढे तीन हजार रोजाना पॉजिटिव केस ट्रेस करने वाली दिल्ली में रविवार को 20 हजार 80 लोगों की टेस्टिंग में 2889 कोरोना पॉजिटिव लोग ट्रेस हुए हैं। लगातार टेस्टिंग बढ़ने के बाद कोरोना पॉजिटिव रोगियों की संख्या में गिरावट आने का यह पहला वाक्या है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना बचाव के लिए पांच स्तर पर काम करना सुनिश्चित किया है। इनमें अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाना, टेस्टिंग और आइसोलेशन पर काम, ऑक्सीजन और ऑक्सीमीटर उपलब्ध कराना, प्लाजमा थेरेपी के अलावा सर्वे और स्क्रीनिंग शामिल है। लोगों को उपचार के लिए बैड मिल सके इस दिशा में कई अस्पतालों को पूरी तरह कोविड अस्पताल में बदल दिया गया है। कई अस्पताल होटल के साथ जोड़े गए हैं जिससे जरूरत पढ़ने पर कोविड रोगियों को वहां उपचार दिया जा सके।