'15 साल के 'सुशासन' के बावजूद बिहार देश का सबसे पिछड़ा और गरीब क्यों हैं?, प्रशांत किशोर का CM नीतीश कुमार से सवाल
By एस पी सिन्हा | Published: March 2, 2020 05:28 PM2020-03-02T17:28:51+5:302020-03-02T17:28:51+5:30
प्रशांत किशोर ने दिल्ली हिंसा को लेकर भी नीतीश से सवाल किया है. उन्होंने लिखा कि दिल्ली हिंसा पर आपकी ओर से एक भी शब्द नहीं कहना भी गलत था. दिल्ली हिंसा में जान गंवाने वालों की संख्या बढकर अब 46 हो गई है. इसके अलावा, सैंकड़ों लोग घायल बताए जा रहे हैं.
जदयू से निष्कासित पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक बार फिर ट्वीट कर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. उन्होंने सवाल उठाते हुए पूछा है कि जदयू के कार्यकर्ता सम्मेलन में 200 सीट जीतने का दावा किया गया, लेकिन यह नहीं बताया कि 15 साल के 'सुशासन' के बावजूद बिहार आज भी देश का सबसे पिछड़ा और गरीब राज्य क्यों हैं? साथ ही उन्होंने दिल्ली हिंसा को लेकर भी मुख्यमंत्री पर हमला बोला है. उन्होंने लिखा कि दिल्ली हिंसा पर आपकी ओर से एक शब्द भी नहीं बोलना भी गलत था.
प्रशांत ने ट्वीट में लिखा है कि "पटना में जदयू के कार्यकर्ताओं की “भारी भीड़” को सम्बोधित करते हुए नीतीश कुमार ने 200 सीटें जीतने का दावा किया लेकिन ये नहीं बताया कि 15 साल के उनके “सुशासन” के बावजूद बिहार आज भी देश का सबसे पिछड़ा और गरीब राज्य क्यों हैं? प्रशांत किशोर जदयू में रहते हुए भी सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर रहे और यही वजह रही कि पार्टी विरोधी बयानों के कारण उन्हें जदयू से निकाल दिया गया. इसके बाद प्रशांत किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया था कि उनके और नीतीश कुमार के बीच किन वजहों से मतभेद थे. प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार के बारे मेंकहा था कि नीतीश कुमार ने उन्हें बेटे की तरह रखा. उन्होंने कहा कि उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया, लेकिन मैं फिर भी उनका सम्मान करता हूं. हमारे बीच विचारधारा की लडाई है. मेरा मानना है कि बापू और गोडसे की विचारधारा एक साथ नहीं चल सकती.
प्रशांत किशोर ने दिल्ली हिंसा को लेकर भी नीतीश से सवाल किया है. उन्होंने लिखा कि दिल्ली हिंसा पर आपकी ओर से एक भी शब्द नहीं कहना भी गलत था. दिल्ली हिंसा में जान गंवाने वालों की संख्या बढकर अब 46 हो गई है. इसके अलावा, सैंकड़ों लोग घायल बताए जा रहे हैं. यहां बता दें कि रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जन्मदिन था और साथ ही पटना के गांधी मैदान में जदयू के द्वारा कार्यकर्ता सम्मेलन का भी आयोजन किया गया था. इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव एनडीए के साथ ही लड़ेंगे और 200 से ज्यादा सीटें जीतेंगे. बताया जाता है कि जदयू से निकाले जाने के बाद चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने 'बात बिहार की' कार्यक्रम की शुरुआत करने की बात कही थी. अब वे होली के बाद कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे. हालांकि, इस संबंध में अभी तक उन्होंने तिथि की घोषणा नहीं की गई है. उल्लेखनीय है कि उन्होंने करीब 10 लाख लोगों को मुहिम से जोड़ने का दावा किया था. साथ ही कहा था कि अभी उनके साथ करीब सवा लाख सक्रिय सदस्य हैं.