खुद का ठिकाना नहीं और कर रहे हैं विपक्षी एकता की पहल, प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश पर साधा निशाना, 42 विधायक के साथ लंगड़ी सरकार चला रहे
By एस पी सिन्हा | Published: June 1, 2023 06:13 PM2023-06-01T18:13:24+5:302023-06-01T18:14:22+5:30
पश्चिम बंगाल में नीतीश कुमार को पूछता कौन है? नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू उस समय बहुमत की सरकार चल रहे थे। जबकि नीतीश कुमार तो 42 विधायक के साथ आज लंगड़ी सरकार चला रहे हैं।

पश्चिम बंगाल में नीतीश कुमार को पूछता कौन है?
पटनाः चुनावी रणनीतिकार से बिहार में सियासी कदम बढ़ाने जा रहे प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा बुलाई जा रही विपक्षी एकता की बैठक पर निशाना साधा। गुरुवार को पीके ने कहा कि नीतीश कुमार को बिहार की चिंता करनी चाहिए। नीतीश कुमार का खुद का ठिकाना नहीं है, आज राजद के बिहार में जीरो एमपी हैं, वो पार्टी देश में प्रधानमंत्री तय कर रही है।
उन्होंने कहा कि जिस पार्टी का खुद का ठिकाना नहीं है वो देश की दूसरी पार्टियों को इकट्ठा कर रही है। प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार से ये पूछना चाहिए कि क्या ममता बनर्जी कांग्रेस के साथ काम करने को तैयार है? क्या नीतीश कुमार और लालू टीएमसी को बिहार में एक भी सीट देने को तैयार हैं?
आज क्या नीतीश कुमार हमसे ज्यादा ममता बनर्जी को जानते हैं? पश्चिम बंगाल में नीतीश कुमार को पूछता कौन है? नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू उस समय बहुमत की सरकार चल रहे थे। जबकि नीतीश कुमार तो 42 विधायक के साथ आज लंगड़ी सरकार चला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि चंद्रबाबू नायडू उस दौर में पूरे देश का दौरा करके विपक्ष को एकजुट कर रहे थे। इसका नतीजा यह हुआ कि आंध्र प्रदेश में उनके सांसद घटकर तीन हो गए, सिर्फ 23 विधायक जीते और वह प्रदेश की सत्ता से ही बाहर हो गए। प्रशांत किशोर ने कहा कि आप मेरी बातों को लिखकर रख लीजिए।
नीतीश कुमार का भी वही हाल होगा जो चंद्रबाबू नायडू का हुआ था। अगले चुनाव में मोदी, लालू, नीतीश, कांग्रेस में से किसी पर भरोसा मत कीजिए। मैं बिहार की जनता से गुजारिश करता हूं कि आप इन पार्टियों के चक्कर में न पड़ कर अपनी सरकार यानी कि जनता का सरकार बनाइए, तभी जाकर आपका विकास होगा।