चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की बढ़ी मुश्किलें, शैक्षणिक योग्यता पर उठे सवाल, जानें क्या है आरोप

By एस पी सिन्हा | Published: February 29, 2020 06:10 AM2020-02-29T06:10:49+5:302020-02-29T06:10:49+5:30

नीतीश कुमार की पार्टी जदयू का हिस्सा रहे प्रशांत किशोर की राहें अब अलग हो चुकी हैं. पिछले महीने मुख्यमंत्री नीतीश कुमर ने उन्हें जदयू ने बर्खास्त कर दिया था

Prashant Kishore questions raised on educational qualification, know what is the charge | चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की बढ़ी मुश्किलें, शैक्षणिक योग्यता पर उठे सवाल, जानें क्या है आरोप

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की बढ़ी मुश्किलें, शैक्षणिक योग्यता पर उठे सवाल, जानें क्या है आरोप

चुनावी रणनीतिकार और जदयू के पूर्व नेता प्रशांत किशोर पर शाश्वत गौतम ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं. शाश्वत गौतम ने आज पटना में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि प्रशांत के 'बात बिहार की' का कॉन्सेप्ट नकली है. उन्होंने बिहार की बात से मिलता जुलता बात बिहार की डोमन नेम बनाकर आइडिया और डाटा चुराने का लगाया आरोप लगाया है. इसके बाद चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की मुश्किलें बढनी शुरू हो गई है. प्रशांत किशोर ‘बात बिहार की’ अभियान के जरिये युवाओं को खुद से जोड़ने के अभियान में जुटे थे. इसी बीच उन पर क‍ंटेंट चोरी का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करवा दी गई. 

प्राप्त जानकारी के अनुसार मामला दर्ज होने के बाद प्रशांत किशोर के खिलाफ जांच तेज हो गयी है. शिकायतकर्ता के सौंपे कागजात की जांच पुलिस ने शुरू कर दी है. हालांकि, इस हाई-प्रोफाइल मामले में पुलिस कुछ भी कहने से कतरा रही है. शाश्वत ने आरोप लगाया है कि प्रशांत किशोर बिहार के युवाओं की डाटा चोरी किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि वो बिहार के युवाओं का आकडा साग्रहन कर रहे हैं. 

शाश्वत ने कहा कि खुद तो कभी बडे पद पर नौकरी नहीं कर पाए प्रशांत किशोर, क्योंकि उनकी शैक्षणिक योग्यता सही नहीं है. उन्होंने बडा आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशांत किशोर अपनी शैक्षणिक योग्यता की जानकारी दें. उनके कार्यक्रम का कॉन्सेप्ट नकली है. शाश्वत गौतम ने कहा कि प्रशांत ने मुझपर सस्ती लोकप्रियता के लिए ये सब करने का आरोप लगाया है और इस तरह की बातें मैं बर्दाश्त नहीं कर सकता हूं. उन्होंने कहा कि वो सार्वजनिक रूप से मुझसे माफी मांगे, नहीं तो मैं कोर्ट तक जाऊंगा.  

यहां बता दें कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने प्रदेश के युवाओं को राजनीति से जोडने के लिए 'बात बिहार की' नाम से एक कैंपेन की शुरुआत की है, जिसपर कांग्रेस के लिए काम करने वाले शाश्वत गौतम ने डाटा चोरी करने का आरोप लगाया है और धारा 420 के तहत पटना के पाटलिपुत्र थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. जिसके बाद प्रशांत किशोर ने शाश्वत गौतम पर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का आरोप लगाते हुए जांच एजेंसी से मामले की पूरी जांच करने की बात कही है. शाश्वत गौतम के मुताबिक उन्होंने 'बिहार की बात' नाम का एक प्रोजेक्ट बनाया था और इस प्रोजेक्ट को आने वाले दिनों में बिहार में लॉन्च करने की बात हो रही थी. इसी बीच ओसामा नाम के शख्स ने शाश्वत के यहां से इस्तीफा दे दिया और 'बिहार की बात' का सारा कंटेंट उसने प्रशांत किशोर को दे दिया. इस आरोप के बाद ओसामा सामने आए और उन्होंने शाश्वत गौतम से सबूत मांगे हैं. 

ओसामा ने कहा कि वे पटना यूनिवर्सिटी में एक्टिविस्ट रह चुके हैं और प्रशांत किशोर से उनकी मुलाकात पटना यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव के दौरान हुई थी. उस वक्त छात्रसंघ चुनाव में प्रशांत किशोर ने अहम भूमिका निभाई थी. ओसामा ने कहा कि छात्र संघ चुनाव में प्रशांत किशोर ने काफी मेहनत की थी. मैं उनकी मेहनत से काफी प्रभावित हुआ था. जहां तक कंटेट चुराने की बात है तो शाश्वत गौतम को ये बताना चाहिए कि वे किस कंटेट की बात कर रहे हैं. ओसामा ने बताया कि 26 अक्टूबर 2019 से 'बिहार की बात' को वे चला रहे हैं. इस नाम से कई फेसबुक पेज मिल जाएंगे, जिसे कई युवा चला रहे हैं. इसमें किसी का कोई दावा नहीं है. शाश्वत गौतम जिसकी चर्चा कर रहे हैं वे सरासर तथ्यहीन हैं.

किशोर पर पटना सिविल कोर्ट में 10 करोड़ का डैमेज शूट किया गया है

वहीं, चुनावी रणनीतिकार और पूर्व जदयू नेता प्रशांत किशोर पर पटना सिविल कोर्ट में 10 करोड़ का डैमेज शूट किया गया है. दूसरे चुनावी रणनीतिकार शाश्वत गौतम ने प्रशांत किशोर और उनके सहयोगी ओबामा के खिलाफ टाइटल शूट किया है. पटना सिविल कोर्ट के सब जज वन के यहां किये गये डैमेज शूट पर सुनवाई होगी. इस बात की जानकारी शाश्वत गौतम के अधिवक्ता विशाल ठाकुर और दिनकर दुबे ने दी. पिछले 25 फरवरी को ही यह डैमेज शूट किया गया है और कोर्ट अगर एडमिट कर लेगा तो इस मामले में आगे सुनवाई होगी. बताया जाता है कि इस मामले में सब जज बन के कोर्ट में सुनवाई होगी. लेकिन इसको लेकर अभी कोई तिथि निर्धारित नहीं की गई है.

किशोर पर पटना के पाटलिपुत्र थाने में फर्जीवाड़े की प्राथमिकी दर्ज कराई गई 

दररअसल, प्रशांत किशोर पर पटना के पाटलिपुत्र थाने में फर्जीवाड़े की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. उन पर ‘बात बिहार की’ अभियान के लिये कंटेंट चोरी का आरोप लगा है. प्राथमिकी दर्ज कराने वाले का नाम शाश्वत गौतम है. दर्ज प्राथमिकी में ओसामा नामक एक दूसरे शख्स को भी आरोपी बनाया गया है. खास बात यह है कि एक तरफ ओसामा पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के सचिव पद का चुनाव लड चुका है. दूसरी तरफ शाश्वत गौतम कांग्रेस पार्टी के लिये काम कर चुके हैं. शाश्वत गौतम की मानें तो उन्होंने ‘बिहार की बात’ नाम से एक प्रोजेक्ट बनाया था. इस प्रोजेक्ट को आने वाले दिनों में लॉन्च किया जाना था. इसी बीच शाश्वत के सहयोगी ओसामा ने इस्तीफा दे दिया. आरोप है कि ओसामा ने इस्तीफे के बाद सारे प्रोजेक्ट की डिटेल्स प्रशांत किशोर के हवाले कर दिया था. इसी प्रोजेक्ट के सारे कंटेंट को प्रशांत किशोर ने वेबसाइट पर डाल दिया है. प्रशांत किशोर पर 20 फरवरी वेबसाइट पर डाले गये सारे कंटेंट को चोरी करने का गंभीर आरोप लगाया गया है. हालांकि प्रशांत किशोर ने दावा किया है कि वो शाश्वत गौतम को जानते तक नहीं हैं. उन्होंने शाश्वत गौतम पर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए कंटेंट चोरी का आरोप लगाने की बात कही है. उनका दावा है कि पुलिस की जांच में सारा सच सामने आ जायेगा. जबकि, शाश्वत गौतम को भी पुलिस की जांच पर भरोसा है. अब, सच क्या है? इसका खुलासा तो पुलिस की जांच के बाद ही सामने आ सकेगा. 

नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर के बीच टकरार

यहां बता दें कि नीतीश कुमार की पार्टी जदयू का हिस्सा रहे प्रशांत किशोर की राहें अब अलग हो चुकी हैं. पिछले महीने मुख्यमंत्री नीतीश कुमर ने उन्हें जदयू ने बर्खास्त कर दिया था. पीके अब बिहार में राजनीतिक कार्यकर्ता के तौर पर काम करने की बात कह रहे हैं. चुनावी रणनीतिकार के तौर पर अलग-अलग राजनीतिक दलों के साथ काम कर चुके प्रशांत किशोर प्रदेश के युवाओं को जोडने के लिए 'बात बिहार की' नाम से एक कैंपेन की शुरुआत की है. प्रशांत किशोर ने इस कैंपेन के तहत 10 लाख युवाओं को जोड़ने की बात कही है. इस मामले में प्रशांत किशोर ने भी सफाई दी थी और गिरी हुई हरकत बताया था कि ने कहा था कि उनके खिलाफ निराधार आरोप लगाकर जा रहे हैं. वे पुलिस से उम्मीद करेंगे कि इस पूरे मामले की जल्द जांच करे और सच्चाई को जनता के सामने लाये.

Web Title: Prashant Kishore questions raised on educational qualification, know what is the charge

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे