प्रशांत किशोर ने किया ऐलान 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी दिखाएगी अपना दमखम
By एस पी सिन्हा | Published: July 28, 2024 05:07 PM2024-07-28T17:07:36+5:302024-07-28T17:10:16+5:30
पटना के बापू सभागार में रविवार को राज्य स्तरीय जन सुराज के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी चुनाव लड़ेगी।
पटना: चुनावी रणनीतिकार से सियासत में कदम बढ़ा रहे प्रशांत किशोर ने ऐलान किया कि 2 अक्टूबर को वह अपनी पार्टी बनाएंगे। पटना के बापू सभागार में रविवार को राज्य स्तरीय जन सुराज के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी चुनाव लड़ेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि जन सुराज प्रशांत किशोर या किसी जाति या किसी परिवार या व्यक्ति का नहीं बल्कि बिहार के लोगों का दल होगा जो इसे मिलकर बनाएंगे।
प्रशांत किशोर ने कहा कि आप सभी हमसे मिलने नहीं आए हैं क्योंकि हम आपसे आपके संबंधित गांवों में, आपके घर पर मिले थे। करीब एक करोड़ सदस्य 2 अक्टूबर को गांधी जयंती को मौके पर जन सुराज की नींव रखेंगे। पहले दिन 1.50 लाख लोगों को पदाधिकारी नामित करने के साथ शुरुआत होगी।
उन्होंने जन सुराज की अगुवाई करने वाले विवाद को खारिज करते हुए कहा कि वह पार्टी का नेतृत्व नहीं करेंगे। लेकिन नेता अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र से चुने जाएंगे जो राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए लोगों की ताकत को मजबूत करेंगे।
प्रशांत किशोर ने कहा कि पार्टी यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत करेगी कि बिहार के जो लोग काम की तलाश में पंजाब और हरियाणा जाते हैं, उन्हें अपने यहां रोजगार मिलेगा और आने वाले वक्त में बाहर के लोग बिहार में रोजगार की तलाश में आया करेंगे।
उन्होंने कहा कि आपने खुद को जन सुराज, यह पदयात्रा या इसके लोगों के साथ नहीं जोड़ा है। आपने खुद को उन लोगों के साथ जोड़ लिया है जो बिहार के लिए बेहतर विकल्प के लिए आंदोलन कर रहे थे, लेकिन विकल्प के अभाव में वे एक साथ आ गए हैं।
एक राजनीतिक विकल्प की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए है, क्योंकि हमारी अंतरात्मा और हमारे बच्चों के लिए हमारी चिंता अभी-भी मौजूद है। हम अपने और अपने बच्चों के लिए एक ऐसे सिस्टम तैयार करेंगे, जिससे लोग आश्चर्यचकित रह जाएंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि जिन्हें पहले 'बिहारी' कहकर अपमानित किया जाता था, वे ही शानदार सिस्टम को तैयार कर सकते थे।
इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि मैं 2015 में उनके चुनाव प्रचार के लिए यहां आया था और उनके सभी पदाधिकारियों से मिलना चाहता था। मैंने उनका अभियान 2 जून 2015 को शुरू किया था, तब एसके मेमोरियल हॉल में 2, 200 लोग थे। लेकिन अब हम इस हॉल (बापू सभागार) को दस बार भर देंगे।