प्रशांत किशोर ने 'बात बिहार की' कार्यक्रम का किया ऐलान, 20 मार्च तक 10 लाख लड़के जोड़ने का लक्ष्य
By धीरज पाल | Published: February 18, 2020 11:45 AM2020-02-18T11:45:56+5:302020-02-18T12:23:00+5:30
प्रशांत किशोर ने बिहार में नए सियासी शुरुआत के लिए मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। इस दौरान किशोर ने 'बात बिहार की' कार्यक्रम की शुरुआत की।
रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मंगलवार (18 फरवरी) को बिहार में घोषणा करते हुए 'बात बिहार की' कार्यक्रम का किया ऐलान किया है। इस कार्यक्रम के तहत 20 मार्च तक 10 लाख लड़के जोड़ने का लक्ष्य है। इस कार्यक्रम की शुरुआत 20 फरवरी से की जाएगी।
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं 20 फरवरी से 'बात बिहार की' नामक कार्यक्रम शुरू कर रहा हूं जो बिहार को देश में 10 सर्वश्रेष्ठ राज्यों में से एक बनाने की दिशा में काम करेगा। किशोर ने कहा किल2005 में बिहार की जो स्थिति थी, आज भी दूसरे राज्यों के मुकाबले बिहार की स्थिति वही है। नीतीश जी ने शिक्षा में काम किया- साइकिल बांटी, पोशाक बांटी और बच्चों को स्कूल तक पहुंचाया लेकिन आप 15 साल में एक अच्छी शिक्षा नहीं दे पाएं।
रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि नीतीश कुमार ने अपने बेटे जैसा ही रखा है। कई मायनों में मैं उनको पिता तुल्य ही मानता हूं। उनके सारे फैसले को मैं मान्यता हूं। उनका अधिकार है। गांधी और गोडसे दोनों एक साथ नहीं चल सकते हैं।
नीतीश कुमार से मतभेद पर प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश के साथ मेरा राजनीतिक संबंध नहीं रहा। मुझे पार्टी से निकलने का उनका फैसला है। उन्होंने नीतीश से अलग होने की वजह बताते हुए कहा कि गाँधी और गोडसे एक साथ नहीं चल सकते हैं।
प्रशांत किशोर ने कहा कि हम वो नेता चाहते हैं जो सशक्त हो, जो बिहार के लिए अपनी बात कहने में किसी का पिछल्लगू ना बने। उन्होंने कहा कि पहले और अब के नीतीश में बड़ा अंतर है। बिहार की जनता ही तय करेगी बिहार का नेता कौन होगा, भाजपा नहीं। बिहार के विकास के लिए भाजपा के साथ गठबंधन बिना काम का निकला। सिर्फ सीटों की राजनीति ही कर रही है भाजपा।