प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार से पूछा- गांधी और गोडसे दोनों साथ-साथ कैसे चलेंगे?
By धीरज पाल | Published: February 18, 2020 11:25 AM2020-02-18T11:25:24+5:302020-02-18T12:11:30+5:30
Prashant kishor Press conference: रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि नीतीश कुमार ने अपने बेटे जैसा ही रखा है।
रणनीतिकार प्रशांत किशोर मंगलवार (18 फरवरी) को प्रेस कॉन्फ्रेंस में आगामी रणनीति का ऐलान किया। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मतभेद को लेकर कई बातें कहीं। किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार ने अपने बेटे जैसा ही रखा है। कई मायनों में मैं उनको पिता तुल्य ही मानता हूं। उनके सारे फैसले को मैं मान्यता हूं। उनका अधिकार है। गांधी और गोडसे दोनों एक साथ नहीं चल सकते हैं।
नीतीश कुमार से मतभेद पर प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश के साथ मेरा राजनीतिक संबंध नहीं रहा। मुझे पार्टी नसे निकलने का उनका फैसला है। उन्होंने नीतीश से अलग होने की वजह बताते हुए कहा कि गाँधी और गोडसे एक साथ नहीं चल सकते हैं।
प्रशांत किशोर ने कहा कि हम वो नेता चाहते हैं जो सशक्त हो, जो बिहार के लिए अपनी बात कहने में किसी का पिछल्लगू ना बने। उन्होंने कहा कि पहले और अब के नीतीश में बड़ा अंतर है। बिहार की जनता ही तय करेगी बिहार का नेता कौन होगा, भाजपा नहीं। बिहार के विकास के लिए भाजपा के साथ गठबंधन बिना काम का निकला। सिर्फ सीटों की राजनीति ही कर रही है भाजपा।
Political strategist Prashant Kishor: Hum woh neta chahte hain jo sashakt ho, jo Bihar ke liye apni baat kehne mein kisi ka pichhlaggu na bane. https://t.co/V7X22ul1Rwpic.twitter.com/5SMSJCClm0
— ANI (@ANI) February 18, 2020
प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं कहीं नहीं जा रहा हूं, मैं बिहार के विकास हमेसा करता रहूंगा। शिक्षा-बिजली के मामले में विकास आज भी अति पिछड़ा राज्य है। सबसे ज्यादा गरीब आज भी बिहार में है। पिछलग्गू नेतृत्व से विकास नहीं होगा।
प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश या कोई भी नेता अगर बिहार के लिए खड़ा होगा तो बिहार की जनता उसके साथ खड़ी होगी। उसके लिए किसी गठबंधन की जरूरत नहीं है। नीतीश या जो लोग ऐसा मानते हैं कि बिहार में जीतते रहने के लिए भाजपा के साथ बने रहना जरूरी है। मैं उससे सहमत नहीं हूं।
वहीं, उन्होंने बिहार चुनाव लड़ने की बात को इनकार कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल सीएए और एनआरसी के खिलाफ हैं।